रोहतास जिले के जमुहार स्थित नारायण वर्ल्ड स्कूल के बच्चों ने पासपोर्ट टू अर्निंग प्रोग्राम में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. जिले में सर्वाधिक 48 प्रतिभागी इसी विद्यालय से चयनित हुए.
उल्लेखनीय है कि पासपोर्ट टू अर्निंग कार्यक्रम यूनिसेफ द्वारा युवाओं (15-24 वर्ष) को नौकरी से संबंधित 21वी सदी के कौशल प्रदान करने और उन्हें भविष्य के रोजगार अवसरों के लिए तैयार करने के लिए निशुल्क प्रमुख कौशल पहल है. इसको राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शामिल किया गया है और इससे पहले ही युवा और खेल मंत्रालय द्वारा अपनाया जा चुका है. यह एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जिसमें क्यूरेटेड पाठ्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला है जो देशभर के स्कूलों को उपलब्ध कराई जा रही है.
पाठ्यक्रम में जीवन कौशल, डिजिटल साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, रोजगार और नेतृत्व आदि शामिल है. छात्र इन कार्यक्रमों को घर या स्कूल (कंप्यूटर लैब) में ले सकते हैं. यूनिसेफ लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन (एलएलएफ) के साथ साझेदारी कर रहा है ताकि शिक्षक प्रशिक्षण आयोजित करने और आवश्यकतानुसार सहायता प्रदान करने के लिए स्कूलों तक पहुंच सके.
लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन के प्रशिक्षक मोहम्मद आमिर सलाम और नारायण वर्ल्ड स्कूल के प्रिंसिपल डॉ गौतम भट्टाचार्य ने यूनिसेफ पोर्टल से इस कोर्स को पूरा करने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए. नारायण वर्ल्ड स्कूल की निदेशक मोनिका सिंह ने बताया कि इस प्रोग्राम से शिक्षा जगत में नए युग का आगमन हो चुका है जो की समय-समय अपने विद्यार्थियो तथा शिक्षकों को शिक्षा में नवाचार को लेकर जो भी परिवर्तन हो रहे है, उसका प्रशिक्षण दिलवाने में भरपूर सहयोग की जा रही है. ताकि विद्यार्थियो में कौशल का विकास किया जा सके.