सासाराम शहर के बौलिया मोड़ निवासी पैथोलॉजी संचालक धिरेंद्र कुमार सिंह की मौत डेंगू से बनारस में इलाज के दौरान हो गई. मृतक का शव बुधवार को घर लाए जाने के बाद कोहराम मच गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
बताते हैं कि धिरेंद्र कुमार पिछले 30 वर्षों से शहर के काली स्थान में राज पैथोलॉजी सेंटर का संचलन कर रहे थे. पिछले चार दिनों से उन्हें बुखार की शिकायत थी. ईलाज के बाद भी बुखार ठीक नहीं हुआ तो दो दिन पहले जांच कराई गई, तो डेंगू निकला. उनका प्लेटलेट काउंट गिरकर 60 हजार आ गया था. प्लेटलेट काउंट गिरते देख चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए बानारस रेफर कर दिया. जहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराने के बाद एक बार फिर से जांच करने पर प्लेटलेट काउंट 45 हजार पर पहुंच गया था.
इलाज के दौरान उनकी तबियत बिगड़ती गई. बिगड़ती तबियत को देखते हुए चिकित्सक टीम ने वहां से रेफर कर दिया. जिसके बाद एक दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान धिरेंद्र कुमार सिंह की मौत हो गई. इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि प्लेटलेट काउंट काफी गिर चूका था. इसके साथ ही मरीज के फेफड़े में भी इन्फेक्शन तेजी से बढ़ने के कारण मौत हो गई. बुधवार को मृतक का शव घर लाया. जहां परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.