रोहतास जिले के कैमूर पहाड़ी पर स्थित जिले के ऐतिहासिक पर्यटक स्थल रोहतासगढ़ किला पर कम समय में पहुंचने का सपना शीघ्र पूरा होने वाला है. इस वर्ष रोपवे निर्माण की योजना आकार ले लेगी. बजट में राज्य सरकार द्वारा रोपवे निर्माण की घोषणा से सैलानियों एवं पहाड़ी क्षेत्र के लोगों में हर्ष का माहौल है. रोपवे निर्माण से पर्यटकों के लिए रोहतासगढ़ किला पहुंचना अब आसान हो जाएगा.
इसके पहले बीते वर्ष के दिसंबर माह में बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा लोक सुनवाई में रोहतासगढ़ किला रोपवे निर्माण के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति मिली थी. रोपवे का निर्माण रोहतासगढ़ प्रखंड के अकबरपुर से कैमूर पहाड़ी पर रोहतासगढ़ किला के समीप स्थित चौरासन मंदिर तक होगा. 1300 मीटर रोपवे निर्माण पर करीब 12 करोड़ 65 लाख रूपये खर्च होंगे. परियोजना के तहत अकबरपुर में तीन व चौरासन मंदिर के पास तीन स्टेशन, बोर्डिंग, टिकट, काउंटर, शौचालय, बिजली समेत अन्य बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी.
रोपवे चार सीटर रहेगा, जिसमें18 केबिन होगा. किला के पास पर्यटकों को ठहरने के लिए अतिथि भवन का निर्माण भी प्रस्तावित है. मालूम हो कि यह इलाका रोपवे से आजादी के पहले से ही परिचित है. जब जपला सीमेंट कारखाना का आगाज हुआ था. वहां कच्चा माल नौहट्टा प्रखंड के बौलिया क्वायरी से जाता था. इस माल ढुलाई का रोपवे ही इकलौता साधन था. इलाके के लोगों को यह आज भी स्मरण में है कि कैसे रोपवे काम करता है. इससे सिर्फ सीमेंट के लिए चुना पत्थर ही नहीं बल्कि मजदूरों के लिए पैसे भी आदमी लेकर इसी रोपवे से आता जाता था.