रोहतास: एसिड अटैक में झुलसी किशोरी 82 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गई

बिक्रमगंज के शिवपुर गांव की रहने वाली एसिड अटैक पीड़िता 11 साल की किशोरी नेहा पिछले ढाई महीने से भी ज्यादा समय से जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ते हुए आखिरकार गुरुवार को हार गई. डॉक्टरों के अथक प्रयास के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका. बेटी की मौत खबर मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. सूचना पर पहुंची डेहरी मुफस्सिल थाना की पुलिस ने शव को कब्जे लेकर सदर अस्पताल सासाराम में पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया.

दरअसल 29 सितंबर को बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों पर एसिड अटैक का मामला सामने आया था. जब रात में भुल्लु शाह के घर में घुस कर बदमाशों ने मां, बेटे और बेटी पर तेजाब फेंक दिया था और इसके बाद बाइक से भाग निकले थे. एसिड अटैक में भुल्लु की पत्नी कांति देवी, 14 साल का बेटा रितेश कुमार और 11 साल की बेटी घायल हो गए थे. मां और बेटी बुरी तरह झुलस गए थे. जबकि बेटा आंशिक रूप से झुलसा था.

एसिड हमले से बुरी तरह झुलसी बच्ची निजी अस्पताल में 82 दिन से अपनी जिंदगी बचाने की लड़ाई लड़ रही थी. लेकिन गुरुवार सुबह उसकी मौत हो गई. इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई थी. घटना के पांच दिन बाद भी बिक्रमगंज थाने प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी और पुलिस पर पीड़ित परिवार को धमकी देने के आरोप भी लगे थे. हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया था और घटना के जांच के लिए एसडीपीओ बिक्रमगंज के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था.

अनुसंधान के क्रम में गांव के ही अभियुक्त के द्वारा आपसी विवाद में घटना का अंजाम दिया गया था. अभियुक्त के द्वारा षडयंत्र के तहत् पहले बैट्री में से एसिड निकालकर उसमें मार्केट से बैट्री का पानी लाकर बैट्री में मिला दिया तथा उक्त का उपयोग कर घटना को अंजाम दिया गया था. मामले में अभियुक्त सुमन्त साह की गिरफ्तारी शिवपुर गांव से हुई थी. बिक्रमगंज थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि एसिड अटैक पीड़िता नेहा की मौत हो गई है. अभियुक्त जेल में है इसमें अनुसंधान जारी है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here