रोहतास जिले में कार्य में लापरवाही बतरने वाले चिकित्सकों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है. डीएम धर्मेन्द्र कुमार ने कलेक्ट्रेट के डीआरडीए सभा भवन में मंगलवार को आयोजित स्वास्थ्य विभाग की बैठक में एक चिकित्सक व एक लैब टेकनिशियन के खिलाफ बर्खास्तगी का निर्देश जारी किया गया. जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवसागर में पदस्थापित डॉ मधु एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चेनारी में लैब टेक्नीशियन मुकेश कुमार के अनाधिकृत रूप से लंबे समय से अनुपस्थित रहने के कारण उनकी बर्खास्तगी का निर्देश जारी किया गया है.
वहीं दस चिकित्सकों, पांच जीएनएम व एएनएम समेत अन्य कर्मियों का भी वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गई है. इसके साथ लापरवाह चिकित्सकों व कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछा है. जवाब संतोष जनक नहीं मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बैठक में अनुपस्थित प्रखंड नासरीगंज एवं रोहतास के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का एक दिन का वेतन निकासी पर रोक लगाई गई है. बीते 14 मई को जिले के सभी प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सदर अस्पताल, सासाराम एवं अनुमंडल अस्पताल, डिहरी व बिक्रमगंज का किए गए औचक निरीक्षण में पायी गयी त्रुटियों के संबंध में सिविल सर्जन को दिशा-निर्देश दिए गए.
निरीक्षण के दौरान सदर अस्पताल सासाराम में अनुपस्थित एएनएम रिया कुमारी, अनुमंडल अस्पताल डिहरी में अनुपस्थित डॉ सौरभ रंजन, डॉ अर्पणा कुमारी, अनुमंडल अस्पताल बिक्रमगंज में अनुपस्थित डॉ दीपक कुमार, डॉ जियाउल हक, जीएनएम सोनम कुमारी, ज्योति कुमारी के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नौहट्टा में अनुपस्थित डॉ सुनील प्रजापति, डॉ राजीव कुमार, बीसीएम संतोषी कुमारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवसागर में अनुपस्थित डॉ अंजली कुमारी, दन्त चिकित्सक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चेनारी में अनुपस्थित फार्मासिस्ट अरूण कुमार, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोचस में अनुपस्थित डॉ रचना को कारणपृच्छा करते हुए उनके वेतन निकासी पर रोक लगाई गयी.
वहीं, एसटीएस यक्ष्मा के सोनम कुमारी का संविदा रद्द करने एवं अनुमंडल अस्पताल बिक्रमगंज में अनाधिकृत रूप से उपस्थिति पंजी में उपस्थिति दर्ज करने हेतु ज्योति कुमारी एवं उपाधीक्षक के वेतन निकासी पर रोक लगाते हुए एवं कारणपृच्छा करने हेतु सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है. निरीक्षण में पाया गया कि कई अस्पतालों में साफ-सफाई का अभाव एवं सुरक्षा गार्ड अनुपस्थित थे, इस हेतु चयनित संस्था से संपर्क कर सुधारात्मक कार्रवाई हेतु सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया.
साथ ही सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि समेकित रूप से विभाग से दवा की मांग करना सुनिश्चित करेंगे. बैठक में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को संस्थागत प्रसव में सुधार लाने एवं एमआर टीकाकरण में प्रगति लाने के साथ अन्य बिन्दुओं के संबंध आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए. बैठक में डीडीसी शेखर आनंद, सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार, जिला स्वास्थ्य प्रबंधक, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे.