बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के पुलिस लगातार शराब तस्करों को दबोचने में जुटी है. शराब तस्कर झारखंड से शराब की खेप लाकर बिहार में खपाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. वे ट्रेन का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. पुलिस जांच से बचने के लिए प्लेटफार्म आने के पहले ट्रेन से शराब को फेंक देते हैं, बाद में उसे उठा कर सप्लाई करते हैं. इस बात का खुलासा शनिवार को डेहरी स्टेशन पर हुआ. जब जीआरपी ने 1400 से अधिक शराब बोतल स्टेशन परिसर के पास रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया.
इस संबंध में आरपीएफ निरीक्षक राम विलास पासवान ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि एक व्यक्ति पाली ब्रिज से गुजरने वाली ट्रेन से जुट के बोरों मे भरे कुछ सामान नीचे फेंका रहा है. तत्काल रेलवे सुरक्षा बल कर्मी चिंतामणी, प्रधान आरक्षी अनिल कुमार सिंह, आरक्षी राकेश कुमार सिंह एवं उत्पाद विभाग डेहरी अनुमंडल अवर निरीक्षक जूही राज पाली ब्रिज के निकट पहुंचे.
जहां पोल संख्या 533/11 एवं 533/13 के बीच रेल पटरियों के दोनों तरफ कुल 14 जुट के बोरों को लावारिस हालत में फेंका हुआ देखा. आरपीएफ एवं उत्पाद विभाग की टीम ने बरामद बोरों को खोल कर देखा तो उसमें झारखंड निर्मित टनाका अवैध देशी शराब की 300 मिली 1345 बोतलें और 375 मिली की 43 इंपीरियल ब्लू विदेशी शराब की बोतल थी. इसका मूल्य 67 हजार 990 रुपए आंका गया है. जांच के दौरान बोरों के स्वामित्व के बारे में आसपास के लोगों से पूछताछ की गई, किसी ने उसे अपना नहीं बताया.