रोहतास: शराब मामले में ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी ने एएसआई समेत दो को किया निलंबित, थानाध्यक्ष लाइन हाजिर

रोहतास जिले के नौहट्टा थाना क्षेत्र में एक महिला से शराब के केस में अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए पैसा मांगने के आरोप में थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर किया गया है. जबकि एएसआई दिनेश प्रसाद, चौकीदार सत्येंद्र पासवान एवं संजय राम को निलंबित कर दिया गया है. एसपी आशीष भारती के मुताबिक गत 19 दिसंबर को सोशल मीडिया पर नौहटा थाना से संबंधित किसी पुलिस पदाधिकारी द्वारा एक महिला से शराब के केस में अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए रुपए मांगने का एक ऑडियो वायरल हो रहा था. जिसकी जांच मुख्यालय डीएसपी सरोज कुमार साह से कराई गई.

समर्पित जांच प्रतिवेदन से स्पष्ट हुआ कि नौहटा थाने के एसआई दिनेश प्रसाद, चौकीदार सत्येंद्र पासवान के द्वारा कुसुम देवी के मोबाइल पर फोन करके थाना में 18 दिसंबर 2021 को दर्ज उत्पाद अधिनियम के तहत दर्ज कांड के अभियुक्त बौलिया निवासी रवि चौधरी के विरुद्ध केस दर्ज नहीं करने के बदले 50 हजार रुपये की मांग की गई थी. इसकी पुष्टि कुसुम द्वारा भी की गई है. लेकिन ओरिजिनल ऑडियो मांगे जाने पर कुसुम देवी द्वारा ऑडियो प्रस्तुत नहीं कराया  गया. उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर जांच के क्रम में पाया गया कि चौकीदार संजय राम के मोबाइल से कुसुम देवी को फोन किया गया है. उन्होंने बताया कि अभियुक्त रवि चौधरी पूर्व में भी शराब कांड में जेल जा चुका है. जांच के दौरान एएसआई और दोनों चौकीदारों को दोषी पाया गया. जिन्हें निलंबित कर दिया गया है.

उन्होंने बताया कि थानाध्यक्ष नौहट्टा संजय कुमार वर्मा को भी अपने अधीनस्थ पदाधिकारियों पर नियंत्रण नहीं रखने के आरोप में लाइन हाजिर किया गया है. उन्होंने बताया कि जिला पुलिस प्रशासन पूर्ण शराबबंदी को सख्ती से लागू करने हेतु लगातार कार्य कर रही है. हालांकि उक्त मामले के संबंध में बताया जा रहा है कि 18 दिसंबर को नौहट्टा थाना के बौलिया के जंगल में देसी शराब बरामद हुआ था. पुलिस ने बौलिया गांव के रवि चौधरी पर झूठा आरोप लगा दिया कि यह शराब उसके घर से बरामद हुआ है. आरोप है कि थानाध्यक्ष खुद रवि चौधरी के घर पर पहुंचकर केस करने की धमकी दी. बाद में थाना से एक एएसआई दिनेश प्रसाद, चौकीदार सतेंद्र पासवान तथा थानाध्यक्ष ने रवि चौधरी की पत्नी कुसुम देवी को मोबाइल पर फोन कर केस नहीं करने के बदले 50 हजार रुपये की मांग किया.

दरअसल 2018 में रवि चौधरी शराब बेचने के आरोप में जेल जा चुका था. पीड़ित महिला का आरोप है कि उसके पति एक सामान्य कामकाजी व्यक्ति हैं. तीन साल पूर्व भी उनके पति को फंसाया गया था. इस बार भी जंगल में बरामद शराब को उनके घर में बरामदगी दिखाने की धमकी देते हुए पैसे की डिमांड की जाने लगी. इस संबंध में पुलिसकर्मियों और महिला के बीच बातचीत का ऑडियो जब वायरल हुआ और एसपी आशीष भारती के संज्ञान में गया, तो पूरा मामला सामने आया. जिसके बाद एसपी ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया है. जबकि एक एएसआई एवं एक चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है.

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