रोहतास के अमझोर थाना के भदसा गांव में महिलाओं के साथ पुलिसकर्मियो के द्वारा की गई अभद्रता का वीडियो फेसबुक व व्हाट्सएप पर वायरल होने के बाद जांच में एएसआइ राम पुकार मिश्रा को दोषी पाया गया है. इस मामले में एसपी आशीष भारती ने शुक्रवार को राम पुकार मिश्रा लाइन हाजिर कर दिया. एसपी आशीष भारती ने बताया कि एएसआइ को लाइन हाजिर करने के साथ अनुशासात्मक कारवाई शुरू की गई है. उन्होंने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद मामले की जांच सहायक पुलिस अधीक्षक सह एसडीपीओ नवजोत सिम्मी से करायी गई. जिसके आधार पर यह कारवाई की गई है.
एसपी ने बताया कि छह अक्टूबर को अमझोर थाना के भदसा गांव में बालू तस्करों के द्वारा अवैध खनन और ढुलाई की जानकारी मिली थी. जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई के लिए पुलिसकर्मी खनन निरीक्षक संजीव रंजन के साथ गांव में पहुंचे. इस दौरान छापेमारी में चार ट्रैक्टर जब्त किया गया. जबकि दो ट्रैक्टर चालक लेकर भागने में सफल हुए थे. जब्त ट्रैक्टर को थाना लाने के क्रम में अचानक गाड़ी मालिकों व अन्य असमाजिक तत्वों द्वारा छापेमारी दल पर पथराव किया गया था, जिसमे चार पुलिसकर्मी घायल हुए थे.
उन्होंने बताया कि पथराव करने वाले असामाजिक तत्व व ट्रैक्टर मालिक की पहचान करके छापेमारी दल में शामिल पुलिसकर्मी सहित दो महिला सिपाही रंजीत कुमार के गिरफ्तारी के उद्देश्य से उनके घर पर गयी, जहां रंजीत यादव के घर की महिलाएं पुलिस को तलाशी लेने से रोकने का प्रयास करने लगी और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने लगी तथा उसी घर के महिला के द्वारा वीडियो बनाया जाने लगा. वीडियो बनाते देखकर छापेमारी दल में शामिल एएसआई रामपुकार मिश्रा द्वारा उस महिला से मोबाइल छिनने का प्रयास किया गया था, जिस क्रम में उनके द्वारा दुर्व्यवहार किया गया है. जिसपर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया तथा उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही प्रारंभ की जा रही है.