रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर गांव निवासी सीआरपीएफ के जवान रोशन कुमार ने छत्तीसगढ़ में मंगलवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. रोशन छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सीआरपीएफ के 150 बटालियन में पोस्टेड था. 40 दिन बाद उसकी शादी होने वाली थी. इससे पहले ही उसने अपने साथी जवान के सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली. गोली लगने के बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि जवान मानसिक रूप से परेशान था. वह सिर्फ कैंप में ड्यूटी कर रहा था. परिजनों व गांव के लोगों का कहना है कि मौत के बारे में सही जवाब नहीं दी गई है.
गुरुवार शाम मृत जवान का शव पैतृक गांव पहुंचा. जहां मृत जवान के पिता हरिचरण साह ने अपने ज्येष्ठ पुत्र को मुखाग्नि दी. इसके पहले सीआरपीएफ के अधिकारी सहित स्थानीय जनप्रीतिनिधियों व अन्य लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की. शव के साथ आए सीआरपीएफ के जवानों ने साथी जवान के शव को तिरंगा में लपेट कर गार्ड ऑफ ऑनर देकर विदा किया. इस दौरान मातमी धुन के साथ शस्त्र की सलामी दी.
चचेरे भाई ने बताया कि मंगलवार को उसकी मम्मी एवं छोटे भाई से बात हुई थी, लेकिन देर शाम घटना के संबंध में फोन आया. भाई के मुताबिक, आत्महत्या के कारण का पता नहीं चल सका है. वह परिवार में कमाने वाला एकमात्र सदस्य था. परिजनों ने बताया कि रोशन की अगले माह 6 मार्च को तिलक था और फिर 10 मार्च को शादी होनी थी. उसने गांव में एक नया घर भी बनाया था. 6 मार्च को गृह प्रवेश था. घर में इसे लेकर तैयारियां भी शुरू हो चुकी थी. इस बीच रोशन की मौत की खबर आ गई और पूरे परिवार की खुशियां मातम में बदल गई.