आगामी लोकसभा चुनाव की घोषणा भले ही नहीं हुई है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर उसकी तैयारी शुरू हो गई है. भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के निर्देश पर रोहतास में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार द्वारा जिलास्तरीय मास्टर ट्रेनर एवं विधानसभा स्तरीय मास्टर ट्रेनर के तीन दिवसीय प्रशिक्षण से संबंधित कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया. प्रथम पाली में पीठासीन पदाधिकारी P1, P2, P3 के दायित्व एवं कार्यों से अवगत कराया गया तथा उनके दायित्व एवं कार्यों मे हुए परिर्वतन की जानकारी दी गई.
प्रशिक्षणार्थियों को बताया गया कि आगामी निर्वाचन मे पीसीसीपी नहीं होंगे. ईवीएम एवं मतदान सामग्री मतदान दल को ही प्राप्त करना होगा. इसके साथ ही मतदान के पश्चात् मतदान संबंधी अभिलेखों के सीलिंग एवं स्ट्रॉग रूम मे जमा करने संबंधी नवीनतम निदेशों से सभी को अवगत कराया गया. दूसरे पाली में सेक्टर पदाधिकारी तथा माईक्रो प्रेक्षक के कार्य एवं दायित्व से सभी को अवगत कराया गया. सेक्टर पदाधिकारी के मतदान पूर्व मतदान दिवस एवं मतदान के पश्चात् दायित्व तथा भेद्यता मानचित्रण मे महत्वपूर्ण योगदान को विस्तृत रूप में बताया गया. माईक्रो ऑबजर्वर की नियुक्ति, दायित्व एवं उनके द्वारा समर्पित किये जाने वाले प्रतिवेदन से जिलास्तरीय मास्टर ट्रेनर एवं विधानसभा स्तरीय मास्टर ट्रेनरों को अवगत कराया गया.
डीएम द्वारा प्रशिक्षण के महत्व एवं ज्ञान की शक्ति को महत्वपूर्ण ढंग से रेखांकित किया गया. सभी प्रशिक्षणार्थियों से निर्वाचन संचालन संबंधी हुए महत्वपूर्ण परिवर्तनों से अवगत होने का निर्देश दिया गया. उनके द्वारा बताया गया कि जानकारी ही गलती से बचाव का साधन है. इसलिए सभी बिन्दुओं पर स्पष्ट जानकारी प्राप्त करें. मौके पर कार्यक्रम में नोडल पदाधिकारी प्रशिक्षण सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा, उप निर्वाचन पदाधिकारी पुष्कर कुमार, अवर निर्वाचन पदाधिकारी एवं सभी प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे.