रोहतास जिले के बिक्रमगंज प्रखंड के मोरौना गांव के रजनीकांत मिश्र देश के सशस्त्र सीमा बल के नए प्रमुख होंगे। गांव वालों के मुताबिक इस बड़ी खुशी के सामने जमाने भर की खुशियां छोटी पड़ गई हैं। वे 1984 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। वे 1980 बैच की तमिलनाडु कैडर की आइपीएस अधिकारी अर्चना रामासुंदरम की जगह इस पद पर तैनात होंगे, जो 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रही हैं। रजनीकांत मिश्र 2012 में महानिरीक्षक के रूप में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में शामिल हुए थे। नवंबर 2014 में उन्हें बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था। हाल ही में उन्हें बीएसएफ में विशेष महानिदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया था। मास्टर ऑफ सांइस डिग्रीधारक मिश्रा पद संभालने की तारीख से अपनी सेवानिवृत्ति की तारीख 31 अगस्त 2019 तक इस पद पर बने रहेंगे।
नौकरी के क्रम में हमेशा बाहर रहने वाले रजनीकांत मिश्र का लगाव शुरू से ही गांव से रहा है। वे अक्सर गांव में होने वाले विभिन्न आयोजनों व त्योहारों में शामिल होने यहां आते रहे हैं। रजनीकांत के पिता प्रो.रामचंद्र मिश्र पटना विश्वविद्यालय में हिंदी संकाय के विभागाध्यक्ष थे। वे चार भाई और एक बहन हैं। अपने भाईयों में वे तीसरे स्थान पर हैं। इनकी शिक्षा-दीक्षा पटना में हुई है। इनके बड़े भाई शशिकांत मिश्र कांग्रेस के टिकट पर 1984 के दशक में गोपलगंज से चुनाव लड़ चुके हैं। जबकि दूसरे भाई डॉ. रविकांत मिश्र टाटा मेन हॉस्पिटल जमशेदपुर में डॉक्टर हैं, वहीं छोटे भाई मणिकांत मिश्र पटना हाई कोर्ट में अधिवक्ता है। ग्रामीणों के अनुसार रजनीकांत मिश्र की सफलता ने आने वाली पीढि़यों के लिए प्रेरणा की नई मीनार स्थापित की है। एसएसबी प्रमुख होने की खबर मिलते ही उनके ननिहाल सासाराम सदर प्रखंड के मोकर में भी खुशी का माहौल है।