कोरोना संकट के कारण इस बार मुहर्रम पर अलम, ताजिया सिपर एवं अखाड़े का कोई जुलूस नहीं निकाला जायेगा. शस्त्र प्रदर्शन भी नहीं होगा. लाउडस्पीकर अथवा डीजे को प्रतिबंधित किया गया है. सार्वजनिक स्थल पर ताजिया नहीं रखा जायेगा. भीड़ लगाने या दिशा-निर्देश से हटकर कार्य करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. लोगों को अपने घरों में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पर्व मनाने को कहा गया है. इमामबाड़ा में उसके प्रबंध समिति के सदस्य शारीरिक दूरी व मास्क का उपयोग करते हुए परंपरा का निर्वहन कर सकते है.
एसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि सरकार, बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड व मरकजी मोहर्रम कमेटी सासाराम ने भी मोहर्रम पर किसी प्रकार के ताजिया एवं जुलूस नहीं निकालने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जिले के सभी थानों में आयोजित शांति समिति की बैठक में कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए मोहर्रम के मौके पर ताजिया एवं जुलूस नही निकालने पर सभी ने सहमति जताई है. उन्होंने लोगों से अपील किया कि वे अपने घरों में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पर्व मनाएं.
वहीं सुरक्षा को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी पैनी नजर रखने को कहा गया है. एसपी ने कहा कि पहले से चिह्नित संवेदनशील स्थानों पर विशेष चौकसी बरतने को कहा गया है. उन्होंने लोगों से अपील किया कि वे अपने घरों में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पर्व व त्योहार मनाएं.