तेज गति से विकास करने वाला देश का पांचवां रेलवे स्टेशन बना सासाराम, स्वच्छता रैकिंग में 381वें पायदान पर

सासाराम स्टेशन

देश में तेज गति से विकास करने वाला सासाराम रेलवे स्टेशन बन गया है. स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत सर्वे 2019 की रिपोर्ट में इस स्टेशन को तेज गति से विकास करने वाले देश के टॉप टेन की सूची में शामिल किया गया है. इंप्रुवमेंट रैंकिग में सासाराम स्टेशन को पांचवा स्थान प्राप्त हुआ है.

इंप्रुवमेंट रैंकिग के टॉप टेन में पहले स्थान पर फैजाबाद, दूसरे स्थान पर अयोध्या, तीसरे स्थान पर न्यू फरक्का, चौथे स्थान पर फफूंद, पांचवे स्थान पर सासाराम, छठे स्थान पर शाहगंज, सातवें स्थान पर सिंगरौली, आठवें स्थान पर उधना, नौवें स्थान पर बापूधाम मोतिहारी एवं दसवें स्थान पर अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन हैं.

टॉप टेन इंप्रुवमेंट रैंकिग

सासाराम स्टेशन पर साफ-सफाई की भी स्थिति सुधरी है. स्वच्छता की दृष्टिकोण से स्टेशन को 381वें स्थान मिला है, जबकि वर्ष 2018 में 399 वें पायदान पर था. डेहरी-ऑन-सोन स्टेशन को 565 व भभुआ रोड को 459 वां स्थान मिला है. स्वच्छता सर्वे स्टेशनों को श्रेणी में बांटकर किया गया था. श्रेणी आमदनी के आधार पर तय किया गया है. सासाराम व डेहरी को श्रेणी तीन में रखा गया है. कारण कि जिस रेलवे स्टेशन की आमदनी 20 करोड़ से एक अरब के बीच है, उसे कैटेगरी तीन व जहां की 10 से 20 करोड़ के बीच है उसे श्रेणी चार में रखा गया है. विभिन्न माध्यमों से मिले मंतव्य के आधार पर सासाराम को कुल अंक 692.39 प्राप्त हुआ है, जबकि भभुआ रोड को 653.70 व डेहरी-ऑन-सोन को 545.60 अंक हासिल हुआ है.

सासाराम स्टेशन का नया प्लेटफार्म

बता दें कि विश्वस्तरीय स्टेशन की योजना में शामिल सासाराम स्टेशन पर विकास के दर्जन योजनाओं पर कार्य चल रहा है. जिसमें रेलवे स्टेडियम का निर्माण के अलावा नये एफओबी, स्वचालित सीढ़ी, सीसीटीवी, सर्कुलेटिग एरिया का विकास, सौ फीट तिरंगा मास्ट कार्य का प्रमुख रूप से शामिल है. जबकि साढ़े छह अरब की लागत से फ्लाई ओवर व मल्टी कांप्लेक्स मार्केट का भी निर्माण अगले कुछ दिनों में होने वाला है. वर्तमान में सात प्लेटफार्म व 11 रेलवे ट्रैक चालू है. इसके अलावा दो और प्लेटफार्म तथा इतनी की ही संख्या दो रेलवे ट्रैक प्रस्तावित है.

सासाराम स्टेशन पर चल रहा कार्य

रेलवे प्लेटफार्म व स्टेशन परिसर की सफाई में मशीन के अलावा चार दर्जन से अधिक मजदूर प्रतिदिन काम करते हैं. जिन्हें रोजाना समय-समय पर सफाई कार्य को करना होता है. हालांकि फिलहाल हो रहे विकास कार्यों के कारण सफाई कर्मियों को अपने कार्य को सही तरीके से करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जो स्थान सही सलामत है, वहां वे अपनी ड्यूटी को पूरा करने में पीछे नहीं दिखते हैं. सुविधा बढ़ने के साथ ही आमदनी में भी इजाफा हुआ है. बीते वित्तीय वर्ष में सिर्फ यात्री किराया से रेलवे को 24 करोड़ से अधिक की आमदनी हुई है.

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