सासाराम शहर में बुधवार की दोपहर मानसून से पहले हुई बारिश के कारण सड़कों पर जमा पानी का हाल देख यह साफ हो गया कि जब मानसून की बारिश का दौर शुरू होगा तो शहर के कई मुहल्ले पानी में तैरता हुआ दिखेगा. करीब आधे घंटे की बारिश में ही कई मुहल्ले व दफ्तर में जलमग्न हो गया. लोगों की मानें तो नालों की हर जगह उड़ाही नहीं की गयी.
नगर आयुक्त ने एक माह पूर्व नगर की सफाई में लगी एजेंसी को नाले व नालियों की पेंदी तक उड़ाही का आदेश दिया था. उड़ाही नहीं होने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी. आदेश मिले एक माह गुजर जाने के बाद भी नगर निगम क्षेत्र में नालों व नालियों की उड़ाही नहीं हो सकी है. सोमवार को 15 मिनट व बुधवार का आधे घंटे की बारिश ने आदेश की पोल खोल कर रख दी है. शहर के सभी मोहल्ले में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. वहीं सरकारी कार्यालय भी इससे अछूता नहीं रहे. कलेक्ट्रेट, नगर निगम, अनुमंडल कार्यालय, कोर्ट सभी जगह पानी भर गया था.
इधर, नगर निगम में महीनों से सफाई एजेंसी के चयन को लेकर निविदा निकालने को लेकर चल रहे विवाद का हल निकल गया है. शहर की सफाई को ले एनजीओ चयन के लिए नगर निगम ने निविदा निकाली है. निविदा में चयनित एजेंसी को नगर निगम के 48 वार्डों की सफाई, डोर-टू-डोर कचरा का संग्रह, कचरा का संग्रह कर उसका निष्पादन भी करना है. निविदा की प्रक्रिया ऑनलाइन है.