21 मई की शाम शेरशाह महोत्सव का उद्घाटन करेंगे पर्यटन मंत्री, कई नामी कलाकारों की सुरों से सजेगी महफ़िल

दो दिवसीय शेरशाह महोत्सव-2018 का आयोजन 21-22 मई को किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन पर्यटन विभाग के सौजन्य से जिला प्रशासन के तत्वावधान में किया जाएगा। कार्यक्रम की रूप-रेखा तय कर दी गई है। महोत्सव में बाहरी कलाकारों के अलावा स्थानीय कलाकारों का जमावड़ा लगेगा। लिहाजा दो दिवसीय शेरशाह सूरी महोत्सव में सुरों की महफिल में दर्शक गोता लगाएंगे।

महोत्सव के दोनों दिन शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। 21 मई को सूफी गायिका डाॅ. ममता जोशी, नवनीत सिंह नीतू प्रस्तुति देगी। इसके बाद नालंदा से आये नालंदा संगीत संस्थान के कलाकार नृत्य की प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम के दूसरे दिन रंग सेतु के द्वारा सूफी गायन की प्रस्तुति होगी। वहीं बाबा क्रांति समेत कई अन्य स्थानीय कलाकार अपने गीत-संगीत से महोत्सव में चार चांद लगाने का कार्य करेंगे। इसके अलावा प्रभात फेरी, खेलकूद समेत अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। समाहरणालय से शेरशाह मकबरा तक प्रभात फेरी निकाली जाएगी। जिसमें स्कूली बच्चों के अलावा एनसीसी कैडेट समेत आमलोग भी शामिल होंगे।

सूफी गायिका डाॅ. ममता जोशी

शेरशाह महोत्सव का गवाह मंत्री से लेकर कई जनप्रतिनिधि होंगे। उद्घाटन राज्य के पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार करेंगे। जबकि अतिथि के रूप में जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेम कुमार के अलावा केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, अश्विनी चौबे, सूबे के उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह, सांसद छेदी पासवान, राज्य सभा सांसद गोपाल नारायण सिंह, विधायक अनिता चौधरी, मो. इलियास हुसैन, वशिष्ठ सिंह, ललन पासवान, संजय सिंह, विधान परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह, संजीव श्याम सिंह समेत जिले अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।

महोत्सव का मुख्य उद्देश्य जिले में पर्यटन को बढ़ावा देना है। शेरशाह से संबंधित एतेहासिक इमारतों और यहाँ स्थित महत्वपूर्ण पुरतात्विक विरासतों की तरफ पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करना है। जिले में शेरशाह का मकबरा, रोहतास किला, शेरगढ़ किला समेत कई पर्यटन स्थल हैं, जहां पर्यटक अपेक्षाकृत कम आते हैं। सासाराम में शेरशाह के पिता हसन शाह और उनके पुत्र सलीमशाह का मकबरा भी वास्तुकला तथा पुरातात्त्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, परंतु उपेक्षित हैं। पर्यटन विभाग का मानना है कि इस तरह के आयोजनों से पर्यटक स्थलों का व्यापक प्रचार-प्रसार संभव हो पाता है।

 

पिछले वर्ष भी मार्च महीने में दो दिवसीय शेरशाह सूरी महोत्सव का आयोजन फजलगंज स्थित न्यू स्टेडियम में किया गया था। महोत्सव का उद्घाटन सूबे की तत्कालीन पर्यटन मंत्री सह नोखा विधायक अनिता चौधरी ने किया था। कार्यक्रम में सूफी गायन से ले भोजपुरी गायकों ने भी अपनी प्रस्तुति दी थी। इस वर्ष भी पहले मार्च में हीं शेरशाह महोत्सव का आयोजन होना था। गत फरवरी में डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने महोत्सव को ले अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी। लेकिन इस बीच पर्यटन विभाग ने प्रत्येक वर्ष एक निर्धारित ऐतिहासिक तिथि को इसका आयोजन करने का निर्णय लिया। जिला प्रशासन ने इस संबंध में मशवरा करने के बाद 22 मई को शेरशाह महोत्सव के लिए निर्धारित किया गया।

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