अगर कोई व्यक्ति किसी दवा दुकान या नर्सिंग होम में दिखाकर सर्दी-बुखार की दवा लेते हैं, तो उसकी भी सूचना जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। ताकि सूचना के आधार पर सरकारी चिकित्सक व अधिकारी संबंधित व्यक्तियों तक पहुंच उनकी जांच कर सके। प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में दिए गए निर्देश के बाद डीएम पंकज दीक्षित ने दवा विक्रेताओं व नर्सिंग संचालकों की बैठक कर सर्दी-बुखार का दवा लेने वालों की पूरी जानकारी के साथ सूची प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने को कहा।
डीएम ने कहा कि अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं, जो बुखार, सर्दी व शरीर में दर्द होने पर दुकानों या नसिंग होम में पहुंच वहां परामर्श ले दवा ले रहे हैं। जिसका आंकड़ा न तो जिला प्रशासन के पास है न स्वास्थ्य विभाग के यहां। ऐसी स्थिति में संबंधित लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण हैं कि नहीं यह पता नहीं चल पा रहा है। इसलिए जब विक्रेता या निजी प्रैक्ट्रिस करने वाले चिकित्सक वैसे लोगों को दवा देते हैं, तो उनका पूरा विवरण अंक्ति करें तथा प्रतिदिन शाम में उसकी रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय को उपलब्ध कराएं। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. जनार्दन शर्मा, केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के सचिव निरंजन सिंह समेत अन्य अधिकारी, चिकित्सक व दवा विक्रेता शामिल थे।