रोहतास के कैमूर पहाड़ी पर स्थित रोहतासगढ़ किला में रात का अंधेरा दूर होगा. ऐतिहसिक किले में जल्द ही सोलर उर्जा से लाइट जलेगी. ज्ञात हो पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित यह इमारत अब तक उपेक्षित ही रही है विभाग द्वारा साफ-सफाई का सिर्फ कोरम पूरा किया जाता है. दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में होने के कारण यहां पर्यटक को पहुँचने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं. अब राज्य सरकार द्वारा यहां रोपवे बनाया जाना है. अब क्षेत्र में सोलर प्लांट लगने के बाद अब वह जल्द ही रात्रि में प्रकाश की भी व्यवस्था होगी.
अभी शाम होते ही किले का मुख्य द्वार बंद कर दिया जाता है, एवं प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं है. प्रोजेक्ट का कार्य माह के अंत तक पूरा होना है. कैमूर पहाड़ी पर स्थित 15 राजस्व गांवों में इस माह के अंत तक सौर ऊर्जा से बिजली की आपूर्ति शुरू हो जाएगी. साउथ बिहार पावर वितरण के 200 करोड़ के प्रोजेक्ट का कार्य अंतिम दौर में है।.कई गांवों में बिजली की आपूर्ति ट्रायल के रूप में शुरू की गई है. इनमें रेहल, बरकट्टा, लौरी, हरमेटर समेत 15 राजस्व गांव शामिल हैं.
कार्यपालक अभियंता डीडीजी विजय कुमार गुप्ता ने बताया इसके लिए 55 सोलर पावर प्लांट स्थापित किए गए हैं. इसमें 32 सोलर पावर प्लांट से अब लोड आपूर्ति हो चुकी है. वहीं इस संबंध में पुरातत्व विभाग के संरक्षण सहायक नीरज कुमार ने बताया कि रोहतासगढ़ किला में जल्द सोलर लाइट लगेगी. किले से आधे किमी दूर पर बभन तालाब में सोलर प्लांट लगा है. पोल लगाने का कार्य चल रहा है. जल्द ही सोलर लाइट से किला में प्रकाश की व्यवस्था होगी.