छत्तीसगढ़ नक्सली हमले के बाद झारखंड राज्य से सोन नद के रास्ते कैमूर पहाड़ी व जंगली क्षेत्रों में नक्सलियों के प्रवेश करने के इनपुट मिलने पर पहाड़ी क्षेत्र में छापेमारी शुरू कर दी थी. अब सशस्त्र सीमा बल एवं जिला पुलिस के जवानों ने नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए कांबिग ऑपरेशन शुरू किया गया है. एसपी आशीष भारती व 29वीं वाहनी एसएसबी गया के समादेष्टा परमजीत सिंह सलारिया के निर्देश के आलोक में यह अभियान चलाया जा रहा है.
एसएसबी के असिस्टेंड कमांडेट के अनुसार सूचना मिली थी कि झारखंड के पलामू जिला के कबरा गांव के रास्ते सोन नदी पार कर नक्सलियों का हथियार बंद दस्ता कैमूर पहाड़ी में प्रवेश कर गए हैं. जिसे लेकर गांव-गांव में लोगों से वार्ता कर एसएसबी एवं जिला पुलिस बल द्वारा जानकारी ली जा रही है. पहाड़ी व जंगली क्षेत्रों में नक्सलियों के विरूद्ध संघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. साथ ही गांव में भी लोगों से पूछताछ की जा रही है. बता दें कि जिले में नक्सलियों का आतंक लंबे समय से समाप्त हो गया है. लम्बे समय बाद अब छतीसगढ़ की घटना के बाद फिर नक्सलियों की हलचल देखी गई. जिसके बाद संघन सर्च अभियान चलाया जा रहा है. मंगलवार को रेहल, शोली, जेमरदाग, बरकट्टा, सलमा, लौड़ी, बुधुआ, धंसा, हसडी समेत नौहट्टा एवं रोहतास प्रखंड के दो दर्जन गावों व जंगलों में छापेमारी की गई. हालांकि अबतक किसी नक्सली के पकड़े जाने की सूचना नहीं है.
एसएसबी 29 वीं वाहिनी के सहायक समादेष्टा अभिषेक कुमार ने बताया कि जिला पुलिस के सहयोग से पांच कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. उन्होंने बताया कि एसएसबी नक्सल विरोधी अभियान के अलावा जल कल्याणी कार्यो को भी कर रही है. समय-समय पर एसएसपी द्वारा चिकित्सा शिविर, मेगा स्पोर्ट, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, साईकिल रैली समेत कई प्रकार के अभियान चलाकर लोगों को अपने साथ जोड़ने का भी प्रयत्न किया जाता रहा है. छापेमारी अभियान में पुलिस निरीक्षक मनोज कुमार, थानाध्यक्ष रोहतास राजीव रंजन, थानाध्यक्ष नौहट्टा संजय कुमार वर्मा समेत कई अधिकारी एसएसबी एवं जिला पुलिस बल के जवान शामिल हैं.