सासाराम नगर निगम कार्यालय में पार्षदों ने दिया एक दिवसीय धरना, नगर आयुक्त के खिलाफ मेयर को सौंपा ज्ञापन

सासाराम नगर निगम का सियासी पारा थमता नजर नहीं आ रहा है. निगम के वार्ड पार्षद इन दिनों दो खेमों में बंटा नजर आ रहा है. इसी क्रम में बुधवार को पार्षद भी इस विवाद में कूद पड़े. नगर निगम क्षेत्र में कूड़ा उठाव लेकर जलजमाव व सफाई की व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने व नगर आयुक्त की कार्यशैली को लेकर पार्षदों ने बुधवार को कार्यालय परिसर में एक दिवसीय धरना दिया. धरना के उपरांत मेयर काजल कुमारी को नौ सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा.

नगर आयुक्त के खिलाफ मुखर एक खेमे के पार्षदों ने सशक्त स्थायी समिति की ओर से लिए गए निर्णयों का अनुपालन नहीं कराने, शहर के अधिकांश नालों की सफाई नहीं होने व कूड़ा डंपिंग स्टेशन के लिए जमीन क्रय नहीं किए जाने का दोषारोपण किया. धरना पर बैठे पार्षदों के अनुसार निर्णयों का अनुपालन नहीं किए जाने के कारण शहर में चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है. डंपिंग स्टेशन नहीं होने कारण कूड़ा का उठाव भी नहीं किया जा रहा है.

पार्षदों का कहना है कि नल जल योजना के फेज एक व दो के तहत आपकी ओर से दो बार समय सीमा निर्धारित किए जाने के बावजूद आज तक कार्य पूरा नहीं हो सका है. जला पूर्ति शुरू नहीं होने के कारण कई घरों में पेयजल की समस्या कायम है. धरना पर बैठने वाले पार्षदों में जीतेंद्र नटराज, गुलरेज अंसारी, सुनील चौधरी, सुनीता देवी, शैलेश कुमार, आजाद राम, अंजु मौर्या, पुनीत कुमार सिंह समेत कई अन्य वार्ड पार्षद शामिल थे.

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