सासाराम शहर कुछ मुहल्ले में रामनवमी जुलूस के बाद उपद्रव और अफवाह मामले में एक बार फिर से वाट्सएप ग्रुप की संदिग्ध भूमिका निकल कर सामने आई है. बताया जा रहा कि गिरफ्तार कुछ लोगों के मोबाइल फोन को भी जब्त किया गया है. इसमें कुछ संदिग्ध वाट्सएप ग्रुप बने होने का पता चला है. उस ग्रुप के माध्यम से भी हिंसा भड़काने के लिए सूचनाओं का आदान प्रदान किए जाने का साक्ष्य मिला है. पुलिस द्वारा लगातार हर बिंदुओं पर गहनता से जांच की जा रही है.
साथ ही उपद्रव में अफवाह फैलाने में व्हाट्सएप सहित अन्य सोशल मीडिया की भूमिका रही. बता दें कि अग्निवीर बहाली को लेकर हुए उपद्रव के दौरान उपद्रवियों द्वारा बड़े पैमाने पर सरकारी संपत्ति किए गए नुकसान के बाद प्रशासन की ओर से चार दर्जन कोचिंग संचालक व मकान मालिक के विरुद्ध दंडनात्मक कार्रवाई के तहत 107 की कार्रवाई एसडीएम कोर्ट में फिलहाल चल रही है. फिर भी उपद्रवियों द्वारा वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से हिंसा को बढ़ावा देने एवं अफवाह के साक्ष्य मिले हैं.
पुलिस सभी के मोबाइल फोन को जब्त कर डेटा खंगालने में जुटी हुई है. ग्रुप में जुड़े लोगों द्वारा संदेश के आदान प्रदान करने वालों को भी चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी किया जा रहा है. डीएम ने सख्त लहजे में कहा कि अफवाह फैलाने वाली पर पैनी नजर है. उपद्रव और अफवाह फैलाने पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है.