सोन बराज पर गुरुवार से 18 हजार क्यूसेक से अधिक पानी पहुंच रहा है. जिसमें से बराज का स्तर मेंटेन करने के बाद 6963 हजार क्यूसेक पानी सोन नदी में छोड़ा गया. नहरों में पानी छोड़े जाने से अंतिम छोर के किसानों को भी पटवन के लिए डीजल पंप या बिजली के मोटर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.
जल संसाधन विभाग के मॉनेटरिग सेल के मुताबिक बराज से पूर्वी संयोजक नहर में 3292 व पश्चिमी संयोजक नहर में 6963 क्यूसेक पानी सोन नहर से छोड़ा गया है. फिलवक्त नहर में पर्याप्त पानी उपलब्ध है. विभाग के मॉनिटरिग सेल के कार्यपालक अभियंता सुजीत कुमार के मुताबिक ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में वर्षा होने से बरसात के दिनों में पानी का घटने-बढ़ने का सिलसिला बना रहता है. हालांकि कहीं से अधिक मात्रा में अभी तक पानी आने की सूचना नहीं है.
उन्होंने कहा कि नहर कमांड क्षेत्र में मांग के अनुसार अंतिम पटवन को पानी दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के रिहन्द बांध से जल विद्युत केंद्र चलने के कारण आज भी वहां से सोन में पानी आ रहा है. रिहन्द जलाशय से 8292 क्यूसेक पानी सोन में छोड़ा गया है.