रोहतास में अब वृक्ष कटेंगे नहीं, जीवित होंगे शिफ्ट, सासाराम से हुआ शुरुआत

रोहतास जिले में अब तक विकास योजनाओं में बाधक बनने वाले हरे-भरे वृक्षों को बेरहमी से काट दिया जाता था, परंतु अब यह नहीं होगा. इसकी शुरूआत चेनारी प्रखंड के एक सरकारी विद्यालय से कर दी गई है. रोहतास वन प्रमंडल ने ट्रांसप्लांटर मशीन मंगाकर सासाराम के रामेश्वरगंज विद्यालय परिसर में बिल्डिंग निर्माण में आड़े आ रहे चार हरे-भरे वृक्षों को जड़ से उखाड़ा गया और उसी विद्यालय में खाली पड़े जमीन पर लगभग सात फीट गड्ढे खोदकर नए सिर से लगा दिया गया है. वहीं, सोमवार को करगहर पेट्रोल पम्प के पास विकास योजना में बाधक बन रही वृक्ष को वहां से हटाकर सासाराम-आरा रोड में सड़क किनारे शिफ्ट किया गया. डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने अपनी निगरानी में इन वृक्षों का पुनर्स्थापना कराया.

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विदित हो कि इससे पहले विकास योजना में बाधक बन रही पुराने वृक्ष या पांच-दस वर्ष के पौधों को बेरहमी से काटने के अलावे कोई उपाय नहीं होता था. कई बार शासन-प्रशासन को भवन या सड़क निर्माण के लिए हरे-भरे वृक्ष काटे जाने को लेकर विरोध का भी सामना करना पड़ा है. लेकिन अब रोहतास जिले में भी वृक्षों का शुरू हो गया है. पहली बार चेनारी के एक सरकारी स्कूल से दो माह पहले वृक्ष का पुनर्स्थापना किया गया और वे जीवित भी हैं.

इस सफल कार्य को देखते हुए डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने रोहतास जिले में हरे-भरे वृक्षों को न काटने के निर्देश देते हुए ट्री-ट्रांसप्लांटर मशीन से इन पौधों को शिफ्ट करने निर्देश जारी किया. उन्होंने रोहतास में सड़कों के निर्माण, चौड़ीकरण के साथ भवनों के निर्माण के दौरान व्यवधान उत्पन्न करने वाले हरे-भरे वृक्षों को इसी मशीन के सहारे शिफ्ट करने की योजना बनाई. उन्होंने बताया कि सासाराम सड़क चौड़ीकरण में लगभग 147 वृक्षों के पुनर्स्थापना का प्रस्ताव है. इसके अलावे डालमियानगर राईट्स कैम्पस में भी दो हजार से अधिक वृक्षों के का कार्य शुरू होने वाला है.

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