रोहतास जिले के नक्सल प्रभावित चेनारी विधानसभा के कैमूर पहाड़ी पर बसे कई गावों में बने बूथ पर 20 वर्ष बाद बुधवार को वोट डाले गए. पहले यहां के मतदान केंद्रों को सुरक्षा कारणों से मैदानी भागों में स्थानांतरित किया जाता था, लेकिन इस बार अधिकाश निर्धारित बूथों पर ही मतदान कराया गया.
जिले के कैमूर पहाड़ी पर बसे रेहल, शोली, नागाटोली, बभनतालाब, धनसा व तारडीह बूथ पर मतदान कराया गया. शोली बूथ पर कोरहास व पीपरडीह बूथ को स्थानांतरित किया गया. वहीं, कुरियारी को तार डीह बूथ पर बुधुआ को मध्य विद्यालय धनसा केंद्र पर स्थानातरित किया गया.
अति नक्सल प्रभावित होने के कारण नक्सलियों द्वारा लोकसभा चुनाव के क्रम में वर्ष 2004 में मध्य विद्यालय धनसा को बम लगाकर उड़ा दिया गया था. साथ ही पोलिंग कराने गए बीएसएफ के जवानों पर नक्सलियों द्वारा रॉकेट लाचर से हमला किया गया था. तब से कैमूर पहाड़ी के सभी 11 मतदान केंद्रों को मैदानी इलाकों के मतदान केंद्रों पर स्थानांतरित कर दिया जाता था. मतदाता एक दिन पूर्व ही आकर मतदान केंद्र पर डेरा जमा लेते थे. मतदान की प्रतिशत भी महज पांच से दस फीसदी होता था.
लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में मतदाता सुबह से ही मतदान केंद्र पर पंक्ति में खड़े रहे. रेहल मतदान केंद्र के मतदाता सुदर्शन यादव कहते है कि अब हमलोग भी मुख्य धारा में हैं और अपने गांव में मतदान कर रहे हैं. वरना 1580 फीट की ऊंचाई से 15 किलोमीटर पहाड़ी रास्ते पैदल तय कर मतदान केंद्र पर जाना पड़ता था. जोनहा गांव निवासी उप मुखिया रामप्रीत उराव कहते हैं कि 20 वर्षो बाद हमारी बेटी बहनें मतदान कर रही हैं. मतदान केंद्र नीचे होने के कारण हम लोग वोट डालने से वंचित हो जाते थे.
वहीं, रोहतास अंचल क्षेत्र के कैमूर पहाड़ी पर बसने वाले गांव कछुवर, चाकडीह, चुवड़िया आदि के मतदाता चार घंटे पैदल चलने के बाद मतदान केंद्र पर पहुंचे. उन मतदाताओं का कहना है कि मतदान केंद्र दूर होने से काफी परेशानी होती है. चार घंटे तक पैदल चलकर बूथ पर आए हैं. उन्होंने कहा कि उनके गांव में मूलभूत सुविधाओं की कमी है. कोई नेता उनके गांव में नहीं आता है. फिर भी वह मतदान करने आयी हैं.
रोहतास एसपी सत्यवीर सिंह ने शांतिपूर्ण चुनाव के लिए मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि पुलिस-प्रशासन को उनका साथ मिला. उन्होंने कहा कि सभी मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा की पुख्ता इंतजाम किये गए थे. कैमूर पहाड़ी पर बसे रेहल, शोली, नागाटोली, बभनतालाब, धनसा व तारडीह बूथ पर भी मतदाता भयमुक्त होकर मतदान किये.