रोहतास जिले के समेत सूबे के कई जिलों में चक्रवाती तूफान यास ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. 27 मई से बिहार के कई जिलों पर यास का असर पड़ना तय माना जा रहा है. इसे देखते हुए बिहार सरकार भी अलर्ट मोड पर है. वो तमाम उपाय किए जा रहे हैं जिससे इस तूफान का जानमाल पर कम से कम असर पड़े. इस बीच जल संसाधन विभाग भी संभावित आपदा से निबटने की तैयारी कर रही है. यास तूफान के खतरे को देखते हुए रोहतास जिले के इंद्रपुरी बराज एवं दुर्गावती जलाशय व कैमूर जिले के कोहीरा जलाशय पर 24 घंटे इंजीनियरों की टीम तैनात की गई है.
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि विभाग ने बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवाती तूफान यास के कारण बिहार के भी कई जिले में इसका असर पड़ने की संभवना व्यक्त की है. खासकर राज्य के दक्षिणी व मध्य भाग में बुधवार से 30 मई तक इसका व्यापक असर होने की संभावना जताई जा रही है. इन भागों में सामान्य से अधिक वर्षापात होने का पूर्वानुमान है. बताया कि मुख्यालय के निर्देशानुसार जिले के इंद्रपुरी बराज, दुर्गावती जलाशय व कैमूर जिले के कोहीरा जलाशय पर 24 घंटे पालीवार अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है.
प्रतिनियुक्त अभियंताओं को जलाशयों का वर्तमान जलस्तर, निम्न प्रवाह में जलाशय की संरचना के समीप नदी व खतरे के जलस्तर संबंधी विवरण का अनुश्रवण करते हुए प्रत्येक तीन घंटे पर रिपोर्ट मुख्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. साथ ही स्पिल ओवर की स्थिति में संबंधित डीएम को अविलंब अलर्ट मैसेज भेजेंगे व विभाग को भी अवगत कराएंगे. उन्होंने बताया कि अभियंताओं को सूक्ष्म अनुश्रवण वसूचनाओं को ससमय मुख्य अभियंता नियंत्रण कक्ष व मुख्यालय को भेजने को कहा गया है.