रोहतास: लोहा पुल चोरी मामले में जल संसाधन विभाग ने दो अधिकारी को किया सस्पेंड, राजद ने प्रखंड अध्यक्ष को छह वर्ष लिए किया निष्कासित

रोहतास जिले के नासरीगंज प्रखंड में अमियावर गांव में 60 फीट लंबा पुराने लोहे का पुल चोरी मामले का पुलिस द्वारा खुलासा किए जाने के बाद अब जल संसाधन विभाग ने दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की है. जल संसाधन विभाग ने प्रेस विज्ञाप्ति जारी कर कहा है कि जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने अमियावर ग्राम के पास लोहे का पुराना पुल चोरी की घटना संज्ञान में आने पर मामले की त्वरित छानबीन कर विभाग के दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं.

इस पर जल संसाधन विभाग के वरीय अधिकारियों द्वारा की गई मामले की प्रारंभिक छानबीन में प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर नासरीगंज के अवर प्रमंडल पदाधिकारी राधेश्याम सिंह (कनीय अभियंता से प्रोन्नत सहायक अभियंता) को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी कर दिये गये हैं. इसके अतिरिक्त सोन नहर प्रमंडल बिक्रमगंज के कनीय अभियंता अरशद कमाल शमसी को भी लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. साथ ही पूरे मामले में मुख्य अभियंता, सिंचाई सृजन, डिहरी और कार्यपालक अभियंता, सोन नहर प्रमंडल बिक्रमगंज से स्पष्टीकरण की मांग की गई है.

इधर, उक्त लोहे के पुल चोरी मामले में ही राजद के नासरीगंज प्रखंड अध्यक्ष कल्याण भारद्वाज को जेल जाने के बाद पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है. राजद के जिला अध्यक्ष गिरजा चौधरी ने प्रेस बयान जारी कर बताया कि पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष का चोरी की घटना में संलिप्तता उजागर होने से पार्टी कार्यकर्ता शर्मसार हुए हैं. अपराध में संलिप्त रहने वाले लोगों को पार्टी के किसी पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. नासरीगंज प्रखंड अध्यक्ष कल्याण भारद्वाज की लोहा पुल चोरी मामले में संलिप्तता उजागर होने के बाद पार्टी मुख्यालय से मार्गदर्शन लिया गया. जिसके बाद तत्काल प्रभाव से चोरी के आरोपी प्रखंड अध्यक्ष को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया.

बता दें कि कुछ दिन पूर्व अमियावर गांव के पास आरा मुख्य कैनाल पर पुराने जर्जर लोहे का 60 फीट लंबा पुल चोरी हो गया था. खुद को सिंचाई विभाग का कर्मी बताते हुए जेसीबी और ट्रक लेकर पहुंचे चोरों ने गैस कटर से काट कर साठ फीट लंबे, दस फीट चौड़े और 12 फीट ऊंचे पुल को दिन के उजाले में गायब कर दिया था. पुलिस ने चोरी के मामले का खुलासा करते हुए सिंचाई विभाग के एसडीओ राधेश्याम सिंह और राजद प्रखंड अध्यक्ष शिवकल्याण भारद्वाज समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था.

पुल चोरी का पूरा षडयंत्र एसडीओ राधेश्याम सिंह के ही मास्टरमाइंड का नतीजा निकला. बाकायदा उन्होंने ऐसा करने का निर्देश दे रखा था कि मलबा चोरी करते समय यदि कोई पूछे तो उसे विभागीय आदेश बता देना. इस मामले में कनीय अभियंता असरफ कमाल शमशी की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा हुआ है. इस प्लानिंग में स्थानीय राजद नेता व पार्टी प्रखंड अध्यक्ष तथा अमियावर निवासी शिवकल्याण भारद्वाज ने साथ दिया. इस काम के एवज में शिवकल्याण भारद्वाज ने अपना मुंह बंद रखने के लिए शातिरों से दस हजार रुपये बतौर नजराना के रूप में भी लिया था.

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