रोहतास: जीएनएस यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता दिवस पर वेब संगोष्ठी का आयोजन

हिन्दी पत्रकारिता दिवस के मौके पर जमुहार के गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय एवं चित्तौड़गढ़ के मेवाड़ विश्वविद्यालय की पत्रकारिता विभाग के द्वारा ‘हिंदी पत्रकारिता: वर्तमान चुनौतियां एवं भावी दिशा’ विषय पर तीन दिवसीय संयुक्त वेब संगोष्ठी की शुरुआत रविवार को हुई. वेब संगोष्ठी में दोनों ही विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के छात्र शामिल हुए. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे काशी विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार उपाध्याय, मेवाड़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ अशोक कुमार गदिया, गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एमएल वर्मा, मुख्य वक्ता महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष कृपाशंकर चौबे, संचालनकर्ता मेवाड़ विश्वविद्यालय के मास मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सुमित कुमार पांडेय ने इस दिवस को त्योहार के रूप में बताया. उन्होंने कहा कि पहले पत्रकारिता में समर्पण देखने को मिला करता था लेकिन आज के दौर में पत्रकारिता व्यापार हो गयी है.

मेवाड़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ अशोक कुमार गदिया ने पत्रकार के रूप में नारद मुनि तथा मदन मोहन मालवीय को याद किया. उन्होंने पत्रकारिता में पत्रकारों की आजीविका को लेकर चिंता जाहिर की तथा स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए कोआपरेटिव सोसाइटी के होने की परिकल्पना की. गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एमएल वर्मा ने गांधी युग के पत्रकारिता को स्वर्णिम युग बताया. उन्होंने कहा कि स्वंत्रता के समय पत्रकारिता कर्तव्यो के अनुसार हुआ करती थीं. उन्होंने पत्रकारिता को समाज के दर्पण के रूप में बताया. संगोष्ठी में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति व संगोष्ठी के मुख्य अतिथि कुमार केजी सुरेश ने पत्रकारिता में भाषा को लेकर चुनौती के रूप में बताया. उन्होंने आज के दौर की पत्रकारिता में जमीनी हकीकत एवं खोजी पत्रकारिता का उम्मीदें जताई.

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. कृपा शंकर चौबे जी ने गोदी मीडिया को चिंताजनक बताया, उन्होंने जेम्स अगस्टस हिक्की को याद करते हुए कहा कि आज के दौर में प्रतिरोध की संस्कृति नहीं बची. संगोष्ठी का अध्यक्षता करते हुए प्रो. अनिल कुमार उपाध्याय ने कहा कि आज के दौर में संपादक नाम की कोई संस्था नजर नहीं आ रही है, उन्होंने कहा कि अगर मीडिया हाउस का उद्देश्य धन अर्जित करना हो जाये तो ये निंदनीय है. संगोष्ठी के प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में छात्रों ने अपने कई सवालों का जवाब विशेषज्ञों से प्राप्त किया. वहीं संगोष्ठी में उपस्थित सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापन गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के पत्रकारिता व जनसंचार विभाग के सहायक प्रोफेसर पूजा कौशिक द्वारा किया गया.

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