बिक्रमगंज नप की योजनाओं में घालमेल, डीएम ने दिया प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश

रोहतास जिले के बिक्रमगंज नगर परिषद में मैटेलिक साईनबोर्ड क्रय संबंधी अनियमितता, ई रिक्शा, होल्डिंग प्लेट, नल जल योजना में गड़बड़ी मामले में डीएम धर्मेन्द्र कुमार ने दोषी तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी प्रेम स्वरूपम तथा अन्य कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है. अनियमितता की जांच तीन सदस्यीय जांच दल ने की थी.

डीपीआरओ ने बताया कि पत्रकार धर्मेंद्र कुमार एवं वार्ड नंबर सात के वार्ड पार्षद ललन प्रसाद द्वारा अनियमितता की शिकायत पर जिलाधिकारी ने त्रिसदस्यी जांच टीम का गठन किया था. उक्त जांच टीम में अनुमंडल पदाधिकारी बिक्रमगंज प्रियंका रानी, कोषागार पदाधिकारी सासाराम राम प्रवेश यादव एवं जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी थे. जांच में काफी अनियमितता पाई गई. दल ने जांच के बाद प्रतिवेदन डीएम को सौंपा.

प्रतिवेदन के मुताबिक नगर परिषद बिक्रमगंज में विभिन्न वार्डों में तथा मुख्य सड़कों पर मैटेलिक साईनबोर्ड के संबंध में एक करोड़ 11 लाख 84 हजार 355 रुपए के भुगतान में वित्तीय अनियमितता पाई गई हैं. तीस ई-रिक्शा क्रय करने के लिए 80 लाख 26 हजार 200 रुपए का भुगतान किया गया था, जिसमें बिडिंग प्रोसेस तथा उपयोगिता एवं गुणवत्ता संबंधी मापदंडों में वित्तीय अनियमितता पाई गई. जिसके बाद अनियमिता को लेकर डीएम द्वारा तत्कालीन ईओ प्रेम स्वरूपम तथा अन्य कर्मियों पर बिक्रमगज ईओ सूर्यनन्दन सिंह को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है.

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