बिहार बोर्ड ने मैट्रिक और इंटर में फेल छात्रों को किया पास, कोरोना महामारी के कारण बड़ा फैसला

कोरोना महामारी के बीच बिहार सरकार ने बिहार के छात्रों के लिए एक बड़ा फैसला किया है. बिहार में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा देने वाले वैसे छात्र जो एक या दो विषयों में फेल हो गए थे उन्हें बिहार बोर्ड ने पास करने का फैसला किया है. बिहार बोर्ड ने शिक्षा विभाग की तरफ से मिले दिशा-निर्देश के बाद इस पर अपनी मुहर लगा दी है.

कोरोना महामारी के कारण छात्रों को पास किए जाने को लेकर बिहार बोर्ड ने जो आदेश जारी किया है, उसके मुताबिक ऐसे छात्र जो एक या दो विषयों में थोड़े बहुत नंबर से फेल हो गए और उन्होंने कंपार्टमेंटल एग्जाम के लिए आवेदन किया उन सभी छात्रों को अब बिहार बोर्ड ने पास करने का फैसला किया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक 2020 की मैट्रिक परीक्षा में 1 लाख 8 हजार 459 छात्र एक विषय में फेल कर गये थे.

वहीं, 99 हजार 688 छात्र दो विषय में फेल थे. ऐसे छात्रों को कम्पार्टमेंटल परीक्षा में बैठने की मंजूरी थी. यानि मैट्रिक परीक्षा में फेल हुए कुल 2 लाख 8 हजार 147 छात्रों को कम्पार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने की अनुमति थी. वहीं इंटर परीक्षा 2020 में 46 हजार 5 छात्र एक विषय में तो 86 हजार 481 छात्र दो विषयों में फेल थे. यानि इंटर परीक्षा में फेल होने वाले कुल 1 लाख 32 हजार 486 छात्रों को कम्पार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने की अनुमति थी. राज्य सरकार द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक इंटर परीक्षा के कुल 72 हजार 610 छात्रों को ग्रेस अंक देकर पास कर दिया गया है. वहीं मैट्रिक परीक्षा के 1 लाख 41 हजार 677 छात्रों को ग्रेस अंक देकर पास कर दिया गया है.

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