गबन मामले में सासाराम नप की पूर्व ईओ कुमारी हिमानी गिरफ्तार

फाइल फोटो

सासाराम नगर परिषद की पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी को पुलिस को रोहतास पुलिस ने मंगलवार को गया के शेरघाटी से गिरफ्तार कर लिया. वर्तमान में नगर परिषद बोधगया के कार्यपालक पदाधिकारी व शेरघाटी की प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी कुमारी हिमानी को नाटकीय ढ़ग से पुलिस ने दबोचा. सासाराम नप में गबन के मामले में कुमारी हिमानी अभियुक्त थी. रोहतास पुलिस ने उनके पति के आवास से कुमारी हिमानी को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई. बता दें कि कुमारी हिमानी शेरघाटी के बीडीओ प्रशांत कुमार प्रसुन्न की पत्नी हैं. हिमानी पर सासाराम नप क्षेत्र में मुख्य पार्षद तथा कनीय अभियंता से मिलीभगत कर 55.56 लाख रुपये गबन करने का आरोप है. इसके लिए सासाराम नगर थाना में उनपर प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी.

बताया जाता है कि सासाराम नगर परिषद के वार्ड संख्या 11 में 14 वीं वित्त आयोग की राशि से पांच व नगर निधि से दो योजनाओं में गड़बड़ी पाई गई थी. जिसके लिए एक मार्च को प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसके पूर्व भी उनपर राशि गबन की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. जिसके बाद पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए सरगर्मी से लगी हुई थी. मंगलवार को गुप्त सूचना पर एसपी आशीष भारती द्वारा गठित टीम ने गया पुलिस के सहयोग से सासाराम नगर परिषद की पूर्व ईओ कुमारी हिमानी को गिरफ्तार कर लिया है.

एसपी के मुताबिक उनपर आधा दर्जन से अधिक योजनाओं में लगभग 55 लाख रुपये रुपये का गबन का आरोप है. नगर परिषद क्षेत्र में कुमारी हिमानी ने कार्यपालक पदाधिकारी के पद पर रहते हुए नगर परिषद के अभियंता व मुख्य पार्षद की मिली भगत से सड़क-गली निर्माण कार्य कराए बिना ही संचिका पर कार्य दिखा राशि की निकासी कर ली थी. जिस जगह पर कार्य होना दिखाया गया है वहां पूर्व में दूसरी योजना से कार्य हो चुका था. कहा कि यह सरकारी राशि दुरुपयोग का गंभीर मामला है. इससे पहले भी मुख्य पार्षद कंचन देवी की गिरफ्तारी 18 जून को ही बेदा के मकान से पुलिस ने की थी. जो अभी तक जेल में हैं तथा निचली अदालत से उनकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है. वहीं नगर परिषद के नामजद अभियंताओं की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.

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