पेट्रोल पंप मालिक हत्‍याकांड का पुलिस ने किया उद्भेदन, जानिए कैसे हुई थी वारदात

बक्सर से पकडे गए तीन अपराधी

कोचस के पेट्रोल पंप व्यवसायी राहुल सिंह की हत्या को अंजाम देने के लिए प्लान सासाराम के गौरक्षणी में बना था. बक्सर के तीन शॉर्प शूटरों ने लूट के बाद हत्या की जिम्मेवारी ली थी. 14 दिसंबर 2020 को घटी इस घटना में रोहतास के तीन अपराधियों ने लाइनर का काम किया था. जिनके साथ पुलिस ने घटना में शामिल सभी पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ में एक संदिग्ध युवक भी पुलिस की हिरासत में है. जिससे पूछताछ के बाद उसकी संलिप्तता की जांच चल रही है. शनिवार देर शाम रोहतास एसपी सत्यवीर सिंह ने सासाराम एएसपी कार्यालय में एक प्रेस वार्ता के माध्यम से शनिवार को बताया कि राहुल हत्या कांड के बाद सासाराम एएसपी अरविंद प्रताप सिंह के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने इस कांड का उद्भेदन करते हुए अपराधियों को गिरफ्तार किया है.

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पेट्रोल पंप मालिक राहुल सिंह से रुपए लूटने और हत्या करने की योजना सासाराम के गौरक्षणी मुहल्ला में बनी थी. जहां रिंकल पटेल किराए के मकान में रहता था वहीं बक्सर के तीनों अपराधियों आरीफ हुसैन, शेराज सिद्दकी, तौकीर खां बुलाकर पूरी योजना तैयार की गई थी. रोहतास एसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि योजना बनने के बाद रिंकल पटेल ने राहुल के पेट्रोल पंप से बैंक आने जाने के समय की रेकी की. जिसकी जानकारी कुछ दिन अपराधियों को देते रहा. जब आने जाने एक निश्चित समय पता चल गया तो अपराधी 14 दिसंबर को घटना को अंजाम देने के लिए पल्सर मोटरसाइकिल पर सवार होकर बक्सर से कोचस सुबह पहुंच गए.

घटना में प्रयुक्त पल्सर मोटर साईकिल, एक पिस्टल, दो देसी कट्‌टा, दो जिंदा कारतूस और दो मोबाइल फोन बरामद किया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों में बक्सर जिला के औद्योगिक थाना अंतर्गत लकड़ी गांव का शिराज सिद्दकी ऊर्फ पाली, तौकीर खां उर्फ अदानी, नई बाजार का आरिफ हुसैन और दिनारा मस्जिद मुहल्ला निवासी अलाउद्दीन अंसारी के अलावे नोखा के भलुआहीं निवासी रिंकल पटेल तथा भानस के पिठवईयां निवासी ऋषिकांत शामिल हैं.

प्रेस कांफ्रेंस करते रोहतास एसपी सत्यवीर सिंह

इस घटना में असली लाइनर का काम करगहर थाना क्षेत्र के खुरहुरिया निवासी अलाउद्दीन अंसारी ने किया. जो दिनारा के मस्जिद मुहल्ला में रहता है. करगहर से दिनारा जाने के क्रम में कोचस स्टेट बैंक आते जाते समय उसकी नजर भी हमेशा राहुल व उसके पैसे पर रहती थी. उसने भी रिंकल पटेल को एक-एक गतिविधि की जानकारी दी. यहां तक की पैसों का आकलन भी बताया कि साेमवार को ज्यादा पैसे व शनिवार को कम पैसे जमा करने के लिए आते हैं. इसलिए अपराधियों ने घटना को अंजाम देने के लिए सोमवार का दिन चुना. जिस दिन राहुल सिंह लगभग 14 लाख रुपए लेकर जमा करने के लिए बैंक जा रहे थे. घटना को अंजाम देने के लिए पाली गिरोह का सरगना सेराज सिद्दकी उर्फ पाली स्वयं कोचस पहुंचा था. जिसने लूट के समय राहुल सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी.

एसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि उस समय तौकीर उर्फ इद्दानी बाइक स्टार्ट कर रखा था. जबकि आरीफ रुपयों भरा बैग छिनने पहुंचा था. उस दौरान रिंकल पटेल और ऋषिकांत घटना स्थल के आस-पास थे. जो राहुल सिंह की पहचान अपराधियों को बचाने से लेकर गाड़ी नंबर और अन्य जानकारी दे रहे थे. जब राहुल हत्याकांड को अंजाम दिया गया तो आरीफ और बाली बैंक के नीचे छुपे हुए थे. जैसे ही राहुल पहुंचे तो अपराधी सीधे फायरिंग कर रुपयों भरा बैग लूटने का प्रयास किए.

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