रोहतास डीएम ने डीआरसीसी व पर्यवेक्षण गृह का किया औचक निरीक्षण, अनुपस्थित कर्मियों से शोकॉज

रोहतास के डीएम धर्मेन्द्र कुमार ने मंगलवार को मोकर स्थित जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र मोकर एवं समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार द्वारा संचालित पर्यवेक्षण गृह का औचक निरीक्षण किया. जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र में निरीक्षण के दौरान डीएम ने सभी कर्मियों की उपस्थिति पंजी का जांच किया, जिसमें एसडब्लूओ विवेकानंद झा, दिलीप कुमार, दिलीप कुमार गिरी व राजेश कुमार साहा अनुपस्थित पाए गए. अनुपस्थित चारों कर्मियों को स्पष्टीकरण किया गया.

डीपीआरओ सत्यप्रिय कुमार ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में डीएम ने जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की एवं समिक्षोपरान्त योजनाओं में प्रगति लाने के लिए आदेशित किया है. बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम में राज्य स्तर पर शिक्षा ऋण की स्वीकृत एवं वितरण के लिए लंबित आवेदनों का जिला पदाधिकारी द्वारा व्यक्तिगत रूप से मुख्य कार्यपालक-सह-प्रबंध निदेशक, बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम पटना संपर्क करते हुए त्वरित निष्पादन कराने के लिए अनुरोध किया गया, ताकि जिले के अधिक से अधिक आवेदकों को ससमय योजना का लाभ मिल सके.

कार्यालय के साफ-सफाई की जांच की गयी एवं सीसीटीवी कैमरा की मरम्मती कराने का निर्देश दिया गया. डीआरसीसी परिसर के चहारदिवारी निमार्ण के लिए कार्यपालक अभियंता, भवन प्रमंडल को कार्य में गति लाने के लिए निर्देशित किया गया. डीआरसीसी में इंटरमीडिएट का प्रमाण पत्र प्राप्त करने आए छात्र-छात्राओं से वार्ता किया गया एवं सभी छात्र-छात्राओं को उच्चतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया गया. साथ ही प्रमाण पत्र प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं को डीआरसीसी से संचालित योजनाओं कीे जानकारी देने का निर्देश दिया गया, ताकि सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओ का लाभ मिल सके.

इसके बाद डीएम ने जिले में समाज कल्याण विभाग, बिहार सरकार द्वारा संचालित पर्यवेक्षण गृह का निरीक्षण किया. डीएम ने विधि-विवादित किशोरों के उचित देख-रेख व रख-रखाव का निर्देश दिया. डीपीआरओ सत्यप्रिय कुमार ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में पर्यवेक्षण गृह के अधीक्षक सुखनंदन प्रसाद गुप्ता को सुचारू रूप से संचालन हेतु कई आवश्यक निर्देश दिए. डीएम ने अधीक्षक को निर्देश दिया कि पर्यवेक्षण गृह की साफ-सफाई एवं सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए एवं चौकसी बरती जाए.

डीएम ने पर्यवेक्षण गृह में विद्युत एवं प्रकाश की समुचित व्यवस्था का भी निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान डीएम ने कहा कि पर्यवेक्षण गृह में आवासित किशोरों के समग्र मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए उन्हें खेलकूद की सामग्रियां एवं पाठ्यपुस्तक भी उपलब्ध कराया जाना है. उन्होंने प्रदत्त मेनू के अनुरूप भोजन प्रदान करने का भी निर्देश दिया. ज्ञातव्य है कि सम्प्रति पर्यवेक्षण गृह में कुल 31 बच्चे आवासित हैं.

Ad.

rohtasdistrict:
Related Post