रोहतास में व्यापारियों से रंगदारी मांगने वाला गिरफ्तार, यूट्यूब से नहीं होती थी अधिक कमाई तो बन गया शातिर डिजिटल अपराधी; हथियार व जिंदा कारतूस बरामद

रोहतास पुलिस ने व्यापारियों से 12 लाख की रंगदारी मांगने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में अपराधी ने बताया कि वह पहले यूट्यूबर था, कमाई नहीं होने पर अपराधी बन गया. इस संबंध में एसपी आशीष भारती ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि जिले के बिक्रमगंज में पिछले दिनों अलग-अलग व्यापारियों से व्हाट्सएप पर मैसज कर रंगदारी मांगी गई थी. एक व्यापारी से 6 लाख और दो से 3-3 लाख रुपए की मांग की गई थी.

एसपी ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीपीओ बिक्रमगंज के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था. टीम द्वारा मामले में तकनीकी अनुसंधान और छापेमारी किया जा रहा था. पुलिस के तकनीकी अनुसंधान में पता चला कि उक्त अपराधकर्मी द्वारा पकड़ाने से बचने के लिए काफी सवधानी बरती जा रही थी तथा रंगदारी मांगने वाले मोबाइल से किसी अन्य व्यक्ति से संपर्क करने में उपयोग नहीं किया जाता था. इसी क्रम में शनिवार शाम जानकारी मिली कि बिक्रमगंज के पटेल कॉलेज के पास जनता क्लिनिक के ऊपरी तल्ले पर एक व्यक्ति अवैध हथियार के साथ बैठा हुआ है.

पुलिस द्वारा तत्काल छापेमारी कर युवक को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसकी पहचान बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के रेडियां गांव के शिवपूजन सिंह का बेटा विशाल के रूप में हुई. उसके पास से अवैध देसी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और तीन मोबाइल जब्त किया है. इसके अलावे व्यापारियों से मांगा गया रंगदारी का व्हाट्सएप मैसेज का धमकी भरा प्रिंट भी बरामद किया गया है. पूछताछ के दौरान विशाल ने रंगदारी मांगने के मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.

उसने बताया कि वह यू-ट्यूब पर वीडियो बनाता था, लेकिन पर्याप्त कमाई ना होने पर वह अपराध की दुनिया में आया. उसने बताया कि वह यू-ट्यूब पर वीडियो बनाता था, लेकिन उक्त कार्य में अधिक आय नहीं होती थी. अधिक पैसे जल्दी कमाने के लिए वह अपराध की दुनिया में आया. बताया कि उसके द्वारा सासाराम में पांच सौ रूपये देकर एक रिक्शे वाले से एक सिम लिया गया था. जिसके बाद चोरी के मोबाइल में उसी सिम से व्हाट्सएप बना व्यापारियों से रंगदारी मांग रहा था. एसपी ने छापेमारी दल में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों को पुरस्कृत किया.

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