बहुप्रतीक्षित रोहतास-अधौरा सड़क का टेंडर प्रक्रिया किया गया फाइनल, जल्द प्रारंभ होगा निर्माण कार्य; दो साल रखा गया है लक्ष्य

वर्तमान में रोहतास-अधौरा वन पथ

रोहतास जिले के कैमूर पहाड़ी इलाके के बहुप्रतीक्षित रोहतास-रेहल-अधौरा वन सड़क का प्रथम चरण में करीब एक अरब 18 करोड़ की लागत से रोहतास प्रखंड मुख्यालय से रेहल होते हुए दुर्गावती नदी तक 32.750 किलोमीटर सड़क निर्माण कराने के लिए पथ निर्माण विभाग पथ प्रमण्डल डेहरी द्वारा संवेदक निरंजन शर्मा को कार्य का आवंटन किया गया है.

पथ निर्माण विभाग डेहरी के कार्यपालक अभियंता मोहम्मद जियाउद्दीन के मुताबिक संवेदक को पत्र जारी कर 21 दिनों के अन्दर एकरार नामा का कार्य पूर्ण करने के लिए निर्देश दिया गया है. इस सड़क का निर्माण दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. टेंडर जारी होने से पहाड़ी गांवों के लोगों में खुशी का माहौल है.

बता दें कि रोहतासगढ़ किला सहित गुप्ता धाम, शेरगढ़ आदि ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों पर जाने के लिए यह एक मात्र महत्वपूर्ण सड़क है. सड़क का निर्माण में वन विभाग के निर्देशों का पूरी तरह से पालन करना है. जंगली पशुओं के एनिमल पैसज, अंडर पास, ओवरपास आदि का निर्माण किया जाएगा. इस बहुप्रतीक्षित वन सड़क बन जाने के बाद कैमूर पहाड़ी के 21 गांवों के 35 टोला बस्तियों के ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा.

कैमूर पहाड़ी क्षेत्र के रोहतास-रेहल-अधौरा सड़क मार्ग के निर्माण नहीं होने के कारण रोहतासगढ़ और पिपराडीह पंचायतों के दो दर्जन गांवों के ग्रामीणों को सड़क के अभाव में घोर मुस्किलो का सामना करना पड़ता है. इस वन सड़क के निर्माण होने से नौहट्टा प्रखण्ड के पिपराडीह पंचायत के रेहल, पीपरडीह, सोली, बंडा, सलमा, कुब्बा, कोरहस, झेमरदाग, बरकट्ठा, चनोंडीह तथा रोहतास प्रखण्ड के रोहतासगढ़ पंचायत के बुधुआ, धँसा, आमडीह, नकटी, भवनवा आदि गांव के लोगों को आवगमन का लाभ मिलेगा.

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