चोरी हुए मोबाइल की तलाशकर लोगों की मुस्कान लौटा रही है रोहतास पुलिस

आज के आधुनिक दौर में इंटरनेट और मोबाइल के बिना हर शख्स अधूरा है खासतौर पर कामकाज करने वाले लोग और कॉलेज पढ़ने वाले युवा. जब ये गुम हो जाता है या चोरी हो जाता है तो ऐसा लगता है जैसे किसी ने हमारे जीवन से जुड़ी जबसे महत्वपूर्ण वस्तु हमसे दूर कर दी है. रोहतास पुलिस द्वारा बीते चार माह से लोगों के गुमे हुए मोबाइल लौटाने का सिलसिला जारी है और शनिवार को भी पुलिस ने एक बार फिर लोगों को उनकी चोरी व गुम हुई मोबाइल लौटाकर उनके चेहरों की मुस्कान लौटी दी है. दरअसल अलग-अलग थाना क्षेत्रों से चोरी गए व गुम हुए 43 एंड्राइड फोन को पुलिस ने बरामद किया. बरामद की गई मोबाइल फोनों की अनुमानित कीमत करीब पांच लाख से अधिक है. शनिवार को सभी फोन संबंधित शिकायतकर्ता को खुद एसपी आशीष भारती ने अपने हाथों सौंपा.

पुलिस की विशेष टीम ने तकनिकी मदद एवं संबंधित थानाध्यक्ष के सहयोग से अभियान चलाकर कर इन सभी मोबाइल को बरामद किए. वहीं उनके मालिकों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर उनके एड्रेस निकालकर उन्हें मोबाइल मिलने की जानकारी दी गई. जिसके बाद एसपी कार्यालय में सभी को बुलाकर उन्हें मोबाइल वापस लौटाए गए. लोगों का कहना है कि उन्हें तनिक भी विश्वास नहीं था कि चोरी गया मोबाइल फोन बरामद भी होगा. एक साल से अधिक समय के बाद जिस तरह से उन्हें रोहतास पुलिस ने फोन सौंपा है, इससे पुलिस के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है.

एसपी आशीष भारती ने कहा कि आज के युग में प्रत्येक व्यक्ति के लिए मोबाइल जरूरी वस्तु बन गई है. जिसके पास न होने से उसे बैचेनी हो जाती है. उसकी कार्य से जुड़ी कई फाइले भी मोबाइल में ही होती है. वर्तमान में मल्टीमीडिया एन्ड्रायड मोबाइल काफी महंगे आते है. जिसे आम आदमी जरूरत समझ कर बड़ी मुश्किल से खरीदता है, जब यह चोरी या गुम हो जाते है. उसके सामने आर्थिक के साथ अन्य कामकाज और सीक्रेट संबंधित समस्या भी खड़ी हो जाती है. सामान्यत: देखा गया है कि थाना पुलिस मोबाइल गुम को लेकर सीरियस नहीं होती है. लेकिन वर्तमान में पुलिस के पास साईबर सेल और फोरेंसिक लेब जैसे मजबूत अंग है जो कि अच्छी तकनीकी मानी जाती है. अगर उसके बाद भी पुलिस गुम मोबाइल नहीं तलाश पाती तो इन सभी तकनीकी से लेस होने का कोई औचित्य नहीं है.

उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास है कि जिस किसी का भी मोबाइल चोरी हुआ है. उसे तलाश कर उसके पास पहुंचाया जाए. इसी प्रयास को लेकर जिला आसूचना इकाई के द्वारा एक विशेष टीम का गठन कर चोरी, लूट, छिनतई व गुम हुए फोन की बरामदगी के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा था. इसके परिणामस्वरूप 43 मोबाइल फोन की बरामदगी हुई. पिछली बार भी एक अप्रैल को सात लाख पचास हजार रूपए कीमत के 54 मोबाइल बरामद कर संबंधित शिकायतकर्ताओं को सौंपा गया था. उन्होंने बताया कि रोहतास पुलिस की विशेष टीम खासकर मोबाइल चोरों पर नजर रख रही है. चोरी के मोबाइल को बरामद किया जा रहा है. इससे अपराध नियंत्रण में भी मदद मिलती है.

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