सासाराम नगर निगम के मेयर ने विकास कार्यों को लेकर नवनिर्वाचित वार्ड पार्षदों के साथ की पहली बैठक, डीलक्स शौचालय निर्माण व एक एनजीओ को हटाने का निर्णय

सासाराम नगर निगम कार्यालय के सभागार में नवनिर्वाचित मेयर काजल कुमारी की अध्यक्षता में नवगठित बोर्ड की पहली बैठक हुई. सभी वार्ड पार्षदों से परिचय प्राप्त करने के बाद मेयर ने आगे की कार्रवाई शुरू की. शाम तक चली बैठक हंगामेदार रही और नगर निगम में सफाई और जल निकासी को लेकर पार्षद उग्र दिखे.

बैठक की जानकारी देते हुए नगर आयुक्त सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि बोर्ड की बैठक में शहर में डीलक्स शौचालय बनाने के लिए पार्षदों से प्रस्ताव मांगा गया. उचित स्थान मिलने पर शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में इसका निर्माण कराया जाएगा. बोर्ड की बैठक में बरसात से पूर्व निगम क्षेत्र अंतर्गत शहर के छोटी से लेकर बड़ी नालियों की सफाई कराने का निर्णय लिया गया. नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि नाला के बेड इंड तक अंदर से कचड़ा निकालने की जिम्मेवारी संबंधित एजेंसी की रहेंगी.

निगम क्षेत्र के कुल 48 वार्डों की नली-गली सफाई के लिए बहाल किए गए एनजीओ के कार्यशैली को ले अधिकांश पार्षद असंतुष्ट दिखे. निगम क्षेत्र में प्रतिमाह सफाई के मद में प्रतिमाह 84 लाख खर्च किए जाने के बावजूद भी शहर में कई जगह गंदगी का अंबार होने का मामला बोर्ड की बैठक में छाया रहा.

शहर की सफाई कार्य में लगे दो एनजीओ पाथ्या और सीबीएस कंपनी की आगामी 15 फरवरी को सफाई का एग्रीमेंट पूरा होने की जानकारी दी गई. बोर्ड ने सीबीएस कंपनी को शहर सफाई कार्य करने के लिए एक माह की अवधि विस्तारित करने के निर्णय पर मुहर लगा दी. इसके बाद टेंडर प्रकिया से सफाई कार्य के लिए एनजीओ की बहाली होंगी.

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