बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा 17 फरवरी से शुरू होकर 24 फरवरी तक चलेगी. इसके लिए रोहतास जिले में 55 परीक्षा केंद्र बनाए गए है, जहां पर 59 हजार 629 परीक्षार्थी शामिल होंगे. जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग ने मैट्रिक परीक्षा को कदाचारमुक्त व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है. पांच वर्ष के बाद यह पहला मौका होगा जब परीक्षा में लड़कों की संख्या अधिक होगी. 59 हजार से अधिक परीक्षार्थियों में 30104 छात्र व 29525 छात्रा हैं.
जिसके लिए जिला मुख्यालय सासाराम में 31, डेहरी में 14 व बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र में 10 केंद्र बनाया गया है. बिक्रमगंज में सिर्फ लड़कियों का केंद्र रखा गया है. इस बार हर परीक्षा केंद्र पर आरोही क्रम में परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में बैठने की व्यवस्था की जा रही है. इस सीट प्लान को हर परीक्षा केंद्र के अधीक्षक फॉलो करेंगे. एक रौल नंबर के सभी परीक्षार्थी को आरोही क्रम में बैठाये जाएंगे.
प्रथम पाली 9:30से 12:15 तक चलेगा तो वही द्वितीय पाली की परीक्षा 1:45 से 5:00 बजे तक होगी. परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले परीक्षा केंद्र के अंदर सभी परीक्षार्थियों की इंट्री करा ली जाएगी. तय समय से लेट पहुंचने वाले किसी परीक्षार्थी को किसी भी सूरत में इंट्री नहीं देनी है. इस नियम को सुनिश्चित कराने की केंद्र अधीक्षक, केंद्र पर प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट को संयुक्त जवाबदेही दी गई है.
इंटर की तरह मैट्रिक परीक्षा में भी एडमिट कार्ड गुम हो जाने पर भी परीक्षा के लिए अनुमति होगी. मैट्रिक परीक्षा में उत्तरपुस्तिका में परीक्षार्थियों का फोटो भी दिया रहेगा. इस दौरान यदि किसी परीक्षार्थी का एडमिट कार्ड गुम हो जाता है या घर पर छूट जाता है तो, ऐसी स्थिति में उपस्थिति पत्रक में स्कैंड फोटो से उसे पहचान कर और रौल शीट से सत्यापित कर परीक्षा में बैठने की अनुमति मिलेगी. मैट्रिक गणित एवं उच्च गणित विषयों के लिए 24 पेज की कॉपी दी जायेगी, जिसमें पृष्ठ 23 पर ग्राफ पेपर भी रहेगा. वहीं, अन्य सभी विषयों की कॉपी 20 पेज की रहेगी.
शांतिपूर्ण परीक्षा के लिए धारा 144 के अंतर्गत निषेधाज्ञा जारी करने और ग्रामीण क्षेत्रों में इसे 200 मीटर व शहरी क्षेत्रों में 100 मीटर की परिधि में प्रभावी रूप से लागू करने का सख्त निर्देश दिया गया है. केंद्राधीक्षकों के साथ परीक्षा केंद्र की आधारभूत संरचनाओं में कमरा, डेस्क- बेंच, पेयजल, शौचालय, विद्युत-आपूर्ति, आदर्श परीक्षा केंद्रों की निगरानी सहित सभी बिंदुओं पर तैयारी पूरी कर ली गई है. परीक्षा केन्द्रों पर स्वस्छ, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन कराने तथा विधि-व्यवस्था संधारण करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है.