1987 बैच के आईपीएस गुप्तेश्वर पांडे बने बिहार के नए डीजीपी, बक्सर में हुआ था जन्म

आज शाम पुलिस महकमे के नए मुखिया के नाम की घोषणा कर दी गई. 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडेय बिहार के नए डीजीपी बने. बिहार पुलिस अकादमी एवं बिहार सैन्य पुलिस के डीजी गुप्तेश्वर पांडेय को बिहार का नया डीजीपी नियुक्त किया गया है. वे पूर्व डीजीपी के.एस द्विवेदी की जगह लेंगे.

Ad.

बतौर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का कार्यकाल 28 फरवरी 2021 तक होगा. गृह विभाग ने अधिसूचना जारी कर जानकारी दी है. लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ी जिम्मेदारी गुप्तेश्वर पांडेय को मिली है. मालूम हो कि गुप्तेश्वर पांडेय किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. उनका पुलिसिंग कैरियर ही मिसाल-बेमिसाल है. पुलिस कप्तान के रूप में भी वे जिस जिले में रहे, अपराधियों में दहशत रही. उनके बारे में यह जगजाहिर है कि गुप्तेश्वर पांडेय की कार्यशैली ही ऐसी है, जिससे वे अपराधियों में दहशत और आम लोगों में कानून के प्रति आस्था पैदा करते हैं.

आईपीएस केएस द्विवेदी एवं आईपीएस गुप्तेश्वर पाण्डेय

बता दें कि 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडे का जन्म बक्सर जिले के छोटे गांव गेरुआ में 1961 में हुआ था. बिजली, सड़क, अस्पताल और स्कूल जैसी मूलभूत सुविधाओं से कटे इस गांव के बच्चों को प्रभावी शिक्षा के लिए नदी नाला पार कर दूर के गांव जाना होता था. दूसरे गांव की स्कूल में भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव था कोई बेंच, डेस्क, कुर्सी नहीं थी. गुरु जी की बैठने के लिए चारपाई और छात्रों के लिए बोरा या जूट की टाट  थी. पढ़ाई का मध्यम ठेठ भोजपुरी था.

ऐसे माहौल के बावजूद गुप्तेश्वर के दिल में कुछ बड़ा करने का जज्बा था. यही कारण रहा कि तमाम प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद बिहार पुलिस के शीर्ष पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण करने के बाद इन्होंने पटना विश्वविद्यालय में नामांकन कराया और अपनी मेधा परिश्रम और दृढ़ संकल्प के जरिए बिना किसी कोचिंग के बल पर 1996 में IRS  बने. लेकि संतुष्ट नहीं हुए तो दोबारा परीक्षा दी और आईपीएस बने. उनको बिहार में ही सेवा करने का मौका मिला.

आईपीएस गुप्तेश्वर पाण्डेय

मालूम हो कि गुप्तेश्वर पांडेय की पहचान कड़क अधिकारी के तौर पर होती है और वो पोस्ट क्राइसिस मैनेजमेंट और काम्यूनल वॉयलेंस को संभालने में माहिर माने जाते हैं. बिहार के औरंगाबाद जिले में हाल ही में हुए हिंसक झड़प और तनाव की खबरों के बीच सरकार ने उन्हें ही स्थिति को नियंत्रित करने का टास्क सौंपा था जिसमें वो सफल भी हुए थे. बिहार पुलिस में पांडेय की पहचान विशेष और स्मार्ट पुलिसिंग के लिए होती है.

Ad.


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here