बिहार के सासाराम में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भैसही गांव निवासी व शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष अखिलेश कुमार ने स्वतंत्रता सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में राज्य की परिवहन मंत्री शीला मंडल के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में परिवाद दायर किया है.
परिवाद में परिवादी अखिलेश का कहना है कि तीन दिसंबर को जनता प्रतिनिधित्व व गरिमामय पद पर रहते हुए स्वतंत्रता सेनानी वीर कुंवर सिंह को एक जाति राजपूत में बांधकर उन्हें अपमानित किया. उनके विरूद्ध अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर एक समुदाय विशेष की भावनाओं को आहत किया.
बाबू वीर कुंवर सिंह किसी भी धर्म व जाति से उपर उठकर वतन की आजादी के लिए साहस व वीरता का परिचय देते हुए कुर्बानी दी थी. पूरा देश उनकी वीरता को नमन करता है. परिवहन मंत्री द्वारा दिया गया अमर्यादित बयान सोशल मीडिया व समाचार पत्रों पर प्रकाशित हुआ है.
परिवादी के अधिवक्ता राममूर्ति सिंह ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए व 500 में केस दायर किया गया है. उन्होंने बताया कि सीतामढ़ी के एक कार्यक्रम में परिवहन मंत्री ने तीन दिसंबर को कहा था कि एक हाथ कट जाने पर राजपूतों में वीर कुंवर सिंह की इतनी वाहवाही हुई कि आज सभी लोग उनको जानते हैं. किताबों में उनके बारे में पढ़ाया जाता है. लेकिन, सीतामढ़ी के शहीद रामफल मंडल को कोई नहीं जानता है.