दानापुर सैनिक छावनी के अधीन रक्षा संपदा डेहरी के पड़ाव मैदान की भूमि को अतिक्रमण कर मकान व दुकान बनाने वाले लोगों पर दूसरे दिन मंगलवार को भी प्रशासनिक कार्रवाई जारी रही. रक्षा मंत्रालय के पत्र के आलोक में डीएम के निर्देश पर सोमवार से शुरू अतिक्रमण हटाओ अभियान 22 जनवरी तक चलेगा. पड़ाव मैदान की भूमि पर अतिक्रमण हटाने के दौरान सुरक्षा की कमान दानापुर छावनी कैंट से आए मिलेट्री व क्यूआरटी के जवान संभाल रहे है.
मंगलवार को करीब 40 पक्का मकान व 40 झोपड़ियों पर बुलडोजर चलाया गया. अधिकारी ने बताया कि अतिक्रमण हटाने से पहले सभी अवैध कब्जाधारियों को नोटिस थमाई गयी थी और माइकिंग के जरिए भी चेतावनी जारी की गई थी. यह भी स्पष्ट बताया गया है कि नहीं हटाने पर कानूनी कार्रवाई के साथ ही प्राथमिकी भी दर्ज किया जाएगा. ज्ञात हो कि सेना की भूमि पर कब्जा करने वालों ने कई मंजिल खड़ी कर ली है. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी.
पड़ाव मैदान से कब्जा हटाने के लिए विगत वर्ष भी प्रयास किया गया था लेकिन यह अभियान बीच में ही दम तोड़ दिया. उस दौरान स्थानीय स्तर पर भी दानापुर छावनी को भरपूर सहयोग नहीं मिल सका था. हालांकि कुछ लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गयी थी. इसके बाद रक्षा संपदा विभाग ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर तीन सौ पुलिसकर्मियों और मजिस्ट्रेट नियुक्त करने का आग्रह किया था. इसी को देखते हुए 18 से 22 तक अभियान चलाने और मजिस्ट्रेट सहित पुलिस बंदोबस्त मजबूत की गयी है.
पड़ाव मैदान को अतिक्रमण मुक्त कराने की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई कही जाएगी. पहले दिन सोमवार को देखते ही देखते करीब 80 झोपड़ी व पक्कानुमा मकान को ध्वस्त कर दिया गया था. रक्षा संपदा के अधिकारियों ने बताया कि डेहरी पड़ाव की संपूर्ण भूमि ब्रिटिश शासन काल में वर्ष 1942 से ही दानापुर छावनी के अधीन है.
इस दौरान कर्नल संदीप भाटिया के अलावा एडीईओ बीके श्रीवास्तव, एसडीओ रंजीत कुमार, अतुल कुमार, रूपेश सिंह सहित स्थानीय अधिकारियों में अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह, एसडीपीओ संजय कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह, नगर कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.