जिले के सासाराम व डेहरी शहर में रह रहे लोगों को रसोई गैस के लिए अब न नंबर लगाने की चिंता न सिलेंडर का झंझट. आपकी रसोई तक पाइप से गैस पहुंचाई जाएगी. मीटर भी लगेगा जिसपर आप अपनी खपत देख सकते हैं. यह सब पेट्रोलियम मंत्रालय की ऊर्जा गंगा गैस परियोजना के तहत हो रहा है. अगले दो-तीन माह में पाइप से रसोई गैस की आपूर्ति किचेन तक होने लगेगी.
सासाराम व डेहरी शहर में घर-घर गैस पाइपलाइन पहुंचाने के कार्य में इंडियन आयल कॉरपोरेशन लिमिटेड जुटा है. इस परियोजना के तहत शहरी क्षेत्र में स्टील पाइप लाइन के जरिए उपभोक्ताओं के घरों तक गैस पहुंचेगी. गोटपा गेल स्टेशन से डेहरी स्थित सुधा डेयरी फॉर्म तक कनेक्शन के लिए पाइप बिछाई जा रही है. सीएनजी कनेक्शन एवं नोजल का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. पहले व दूसरे चरण में आठ-आठ हजार और तीसरे चरण में 12 हजार घरों तक पाइप लाइन से रसोई गैस पहुंचाए जाने की योजना है.
आइओसीएल ने सासाराम नगर परिषद क्षेत्र में घर-घर रसोई गैस का कनेक्शन लगाया जाने लगा है. इस कार्य में कंपनी के कर्मी दिन-रात लगे हुए हैं. इसकी शुरूआत शहर के न्यू एरिया मोहल्ला से किया गया है. वहां के वार्ड पार्षद सूर्यकांति देवी ने द्वारा गैस पाइप कनेक्शन लगाने का कार्य प्रारंभ किया. वार्ड पार्षद की मानें तो पाइपलाइन से रसोई गैस की आपूर्ति को लेकर कनेक्शन करने का कार्य प्रारंभ उनके वार्ड में शुरू हो गया है.
आइओसीएल के लिए कार्य करा रही एजेंसी डीएस पाइपलाइन कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर विकास सिंह ने बताया कि पेट्रोलियम मंत्रालय की महत्वाकांक्षी ऊर्जा गंगा गैस परियोजना के तहत शहरी क्षेत्र में स्टील पाइप लाइन के जरिए उपभोक्ताओं तक घर-घर गैस पहुंचाने के कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गोटपा गेल स्टेशन से डेहरी स्थित सुधा डेयरी फार्म तक कनेक्शन किया गया है. इधर इंडियन ऑयल ने सासाराम के बेदा स्थित श्री मालती पेट्रोल पंप और लालमती पेट्रोल पंप पर सीएनजी कनेक्शन एवं नोजल का शुरू कर दिया है. प्रथम चरण में गोटपा से प्रकाश पेट्रोल पंप व करवांदिया होते हुए सुअरा तथा डेहरी सुधा डेयरी प्लांट तक पाइपलाइन से कनेक्शन का कार्य किया गया है. इससे सासाराम व डेहरी शहर के मुख्य मार्ग पर बसे मोहल्लों में घर-घर पाइप लाइन से गैस कनेक्शन दिया जाएगा. इसके लिए 70 किलोमीटर लंबी पाइप बिछाई गई है. इसपर करीब 20 करोड़ रुपये की लागत आई है.
बता दें कि नवंबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हल्दिया-जगदीशपुर गैस पाइपलाइन कार्य का शुभारंभ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया था. पाइप लाइन रोहतास जिले के 47 गांवों से होकर 44 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. जबकि कैमूर जिला के 43 गांव के 48 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जाएगी. जिले के शिवसगार थाना के छोटकी खैरी व कैमूर जिला के बहेरा गांव के पास टैप आफ टर्मिनल का निर्माण होगा, ताकि गैस आपूर्ति की दिशा में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो सके.
प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि आमतौर पर उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर के लिए मोबाइल से बुकिंग कराना पड़ता था. एक निश्चित अवधि के बाद ही सिलेंडर उपभोक्ताओं के घर तक पहुंच पाता था. इसमें काफी समस्या होती थी. अब शहरी क्षेत्र में घर घर स्टील पाइप लाइन के जरिए गैस पहुंचाई जाएगी. उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार रसोई गैस का उपभोग कर पाएंगे. मीटर पर वे खपत भी देख पाएंगे. इसके लिए उपभोक्ताओं को रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा. रजिस्ट्रेशन होने के बाद गैस चूल्हा, जीआई पाइप समेत अन्य सामग्री उपभोक्ताओं के रसोई तक पहुंचाई जाएगी. किचन में ही मीटर लगाया जाएगा.
क्या है योजना : शहरी क्षेत्र में स्टील पाइपलाइन के जरिए सीएनजी और पीएनजी कनेक्शन पेट्रोल पंप एवं घरों तक दिया जा रहा है. अगले छह महीने में ऑटो और टेंपो जबकि दो वर्षों में प्राइवेट वाहनों में भी सीएनजी की व्यवस्था हो जाएगी. इससे प्रदूषण कमेगा, साथ ही पेट्रोलियम की खपत भी कम होगी.