बिहार के लाखों शिक्षकों के लिए राहत की खबर है. बता दें कि अप्रशिक्षित शिक्षक जिन्होंने एनआईओएस से डीएलएड किया है. उनको लेकर शिक्षा विभाग के सचिव के नाम से किसी ने फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
जिसमें कहा गया कि इस कोर्स को बिहार सरकार मान्यता नहीं देगी तथा शिक्षक नियोजन के लिए किए गए आवेदन को रिजेक्ट कर दिया जाएगा. जिसके बाद से शिक्षकों में हड़कंप मच गया. मामले के संज्ञान में आते ही अपर मुख्य सचिव ने इस बात को नकार दिया और इसकी झुठी खबर फैलाने वाले पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया.
बताते चलें कि बिहार में करीब ढ़ाई लाख शिक्षकों ने एनआईओएस से डीएलएड कोर्स किया है. मान्यता रद्द होने की बात झूठी निकली. ऐसे डीएलएड किए सभी शिक्षकों को इस नियोजन में शामिल होने का मौका मिलेगा.