रोहतास जिले के कैमूर पहाड़ी के जंगल एवं जंगली जानवरों की निगरानी आकाश में उड़ रहे ड्रोन कैमरे से हो रही है. रोहतास वन प्रमंडल इस सुविधा के माध्यम से अपने कार्य को और विस्तार देने की कवायद भी शुरु कर दी है. इससे जंगली जानवरों की सुरक्षा व वन संपदा की तस्करी पर नकेल कसने में मदद मिलेगी. जंगल से भटक कर आबादी में आ जाने वाले जानवरों को आसानी से काबू में किया जा सके. मंगलवार को डीएफओ गौरव ने रेहल, बुधुआ गोरिया में वृक्षारोपण के लिए किए जा रहे तैयारी का भी जायजा भी ड्रोन कैमरा के माध्यम से लिया.
डीएफओ ने बताया कि अब इसके माध्यम से जल्द ही अभियान चला कर सेंचुरी क्षेत्र के अंदर अवैध गतिविधियों करने वालों को भी ड्रोन कैमरे में कैद किया जाएगा. इस साक्ष्य के माध्यम से वन में अवैध कार्य और तस्करी करने वाले लोगों को न्यायालय से कड़ी सजा दिलाने में भी आसानी होगी. वन विभाग द्वारा विकास कार्यों में हो रही गड़बड़ी एवं उसके सुधार को लेकर भी ड्रोन कैमरा से निगरानी करने की योजना है.
डीएफओ ने बताया कि इसके अतिरिक्त सेंचुरी क्षेत्र में अवस्थित गांवों में अतिक्रमित वन भूमि की मैपिंग की जा रही है. पौधारोपण का क्षेत्रफल, ट्रेंच की लंबाई और झाड़ी सफाई इत्यादि का कार्य मानक के अनुरूप हुआ है कि नहीं, बड़े क्षेत्र में ड्रोन के माध्यम से तस्वीर और वीडियो रिकार्डिंग भी लिया गया. इस कवायद से कार्यों की गुणवत्ता में सुधार आने की उम्मीद प्रबल हो गई है. इनके साथ वन क्षेत्र पदाधिकारी रोहतास हेमचंद्र मिश्रा, वनपाल निर्मल यादव समेत कई वनकर्मी मौजूद थे.