बिक्रमगंज प्रखंड के मानी पंचायत के मुखिया योगेंद्र सिंह उर्फ साधु यादव को गबन व हेराफेरी के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन पर नल-जल योजना की राशि के गबन का आरोप है. पंचायत के वार्ड सदस्य ने करीब एक वर्ष पूर्व मुखिया समेत पंचायत सचिव व संवेदक मामला दर्ज कराया था. पंचायत सचिव व संवेदक की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
बिक्रमगंज थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि मानी पंचायत के वार्ड संख्या 6 के वार्ड सदस्य जरलाही मठिया निवासी लाल मोहर पासी ने मुखिया योगेंद्र सिंह उर्फ साधु यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. इसमें मुखिया समेत पंचायत सेवक लालूराम एवं संवेदक नरसिंह यादव को भी आरोपित किया था. बिक्रमगंज थाने में भादवि की धारा 420 , 467 , 463 , 470, 471, 506 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई.
थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी में आरोप है कि मुखिया एवं पंचायत सेवक ने साजिश के तहत नल-जल योजना के करीब 14 लाख 89 हजार 479 रुपयेे संवेदक नरसिंह यादव के खाते में आरटीजीएस कर दिया. यह कार्य 13 जून 2018 को हुआ लेकिन नल जल का काम पूरा नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उक्त पंचायत के मुखिया योगेंद्र सिंह उर्फ साधु यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि उक्त पंचायत के वर्तमान मुखिया को कांड संख्या 203/20 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.