कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए रोहतास प्रशासन अलर्ट; डीएम ने अधिकारियों को दिए कई निर्देश, धावा दल गठित, स्थापित होगा नियंत्रण कक्ष

रोहतास जिले में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तरह से सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है. इसको लेकर डीएम धर्मेंद्र कुमार ने शनिवार को अपने कार्यालय कक्ष से डीडीसी शेखर आनंद, कोविड 19 से जुड़े सभी जिलास्तरीय नोडल पदाधिकारी, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डीपीएम स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग के अधिकारी, सभी बीडीओ, सीओ, एमओ व आईसी इत्यादि के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम बैठक की. बैठक में डीएम ने सभी संबंधित को कई आवश्यक निर्देश दिए.

डीएम ने कोरोना की तीसरी लहर से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु गठित विभिन्न जिलास्तरीय सेल्स/कोषांगों के नोडल पदाधिकारियों को उनके कार्यों एवं दायित्वों के बारे में विस्तार से समझाते हुए उन्हें पूरी तत्परता से अपने प्रदत्त कार्यों को करने का निर्देश दिया. उन्होंने डीपीएम स्वास्थ्य को निर्देश दिया कि संक्रमित व्यक्तियों की प्रखंडवार सूची तैयार करते हुए प्रतिदिन उक्त सूची को संबंधित प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उपलब्ध कराया जाए. उक्त समीक्षा के दौरान दावथ प्रखंड के MO/IC अनुपस्थित पाए गए. डीएम ने अविलम्ब उनका वेतन रोकते हुए उनपर विभागीय कार्रवाई का निर्देश प्रतिरक्षण पदाधिकारी एवं डीपीएम को दिया.

डीएम ने सभी पीएचसी व एपीएचसी को 100-100 पैकेट एवं अनुमंडलीय अस्पताल को 200 पैकेट कोरोना की प्रेसक्राइब्ड मेडिसिन सुरक्षित रखते हुए सभी संक्रमितों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने जिलास्तर पर आज से ही ‘डिस्ट्रिक्ट एमरजेंसी ऑपरेशन सेन्टर’ शुरू करने का निर्देश दिया, जो संक्रमितों को कॉल कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी एवं उनके उपचार का फॉलो अप करेगी. इस सेंटर पर डॉक्टर परामर्श के लिए उपलब्ध होंगे. जिसका व्हाट्सएप नंबर भी जल्द जारी किया जाएगा. इसके अतिरिक्त कोरोना की चुनौतियों से प्रभावी तरीके से निपटने हेतु जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना भी की जाएगी. उन्होंने श्रम अधीक्षक को प्रवासी श्रमिकों की सूची संधारण का निर्देश दिया.

जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी आवश्यक सामग्री कोषांग को टीम गठित कर सभी दवा दुकानों का सत्यापन करते हुए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता एवं किसी भी अनिवार्य दवा की होर्डिंग पाए जाने पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया. डीपीएम स्वास्थ्य से जिले में ऑक्सिजन सिलिंडर एवं फ्लोमीटर की उपलब्धता की समीक्षा की गई. जिले में लगभग 2000 ऑक्सिजन सिलिंडर उपलब्ध हैं, जिनमे जंबो सिलिंडर भी शामिल हैं.

डीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि 48 घंटों में रिपोर्ट संबंधित व्यक्ति को उपलब्ध कराया जाना है. सुबह में कलेक्ट किया गया सैंपल, संध्या तक जिला अस्पताल में अचूक रूप से आ जाये एवं डेटा प्रविष्टि के उपरांत उसी दिन चिन्हित सैंपल टेस्टिंग लैब को हस्तगत करा दिया जाए ताकि अगले दिन के उत्तरार्द्ध में रिपोर्ट जिला अस्पताल को प्राप्त हो जाए. इस क्रम में सैंपल कलेक्शन की प्रविष्टि हेतु सभी पीएचसी व एपीएचसी को एक-एक डेटा एंट्री ऑपरेटर उपलब्ध कराने का निर्देश डीएम ने सभी बीडीओ को दिया.

डीएम ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी नगर कार्यपालक पदाधिकारी, सभी बीडीओ व सीओ को लॉकडाउन का सख्ती से पालन एवं मास्क चेकिंग के निर्देश दिय. इस निमित्त धावा दल का गठन करते हुए आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया. उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश कि जिले में 15-18 वर्ष के किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज अनिवार्य रूप से दी जाए. डीएम ने कहा कि 1 लाख 20 हजार बच्चे मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होने वाले हैं, उन सभी का उनके विद्यालयों में सत्र चला कर अनिवार्य रूप से वैक्सीन का प्रथम डोज दिया जाए.

उन्होंने सभी MO/IC को निर्देश दिया कि होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों के घर प्रत्येक वैकल्पिक दिवस को जाकर उनके उपचार एवं स्वास्थ्य की पूर्ण मोनिटरिंग की जाए. उन्होंने कोरोना टेस्टिंग प्रतिदिन निर्धारित लक्ष्य 5000 को बढ़ाकर 7000 करने का निर्देश दिया. इसमें आरटीपीसीआर और एंटीजन दोनों प्रकार के टेस्ट शामिल रहेंगे. डीएम ने सभी लोगों से कोरोना की तीसरी लहर एवं इसके नए वैरिएंट से निपटने हेतु मास्क, सैनिटाइजर एवं सामाजिक दूरी के अनुपालन पर विशेष ध्यान देने की अपील की.

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