रोहतास जिले के कैमूर पहाड़ी पर अवस्थित रोहतासगढ़ किला परिसर में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम व जिला प्रशासन के तत्वावधान में बुधवार को 16 वां रोहतासगढ़ तीर्थ यात्रा महोत्सव का आयोजन किया गया. माघ पूर्णिमा के दिन हर साल मनाये जाने वाला रोहतासगढ़ तीर्थ वनवासी मेला में कई राज्यों से चलकर वनवासी पहुंचे.
इस दौरान रोहतासगढ़ किला परिसर में वनवासी समुदाय के लोगों ने किले में स्थित प्राचीन करम वृक्ष की पूजा अर्चना की. पूजा-अर्चना करते समय वनवासी महिलाओं ने मानर थाप पर पारंपरिक नृत्य किया. अपनी मिट्टी को नमन करते हुए उनलोगों ने अपने पूर्वजों के प्रति आस्था प्रकट की. उक्त महोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत वनवासी कल्याण आश्रम के जिला अध्यक्ष गोविन्द नारायण सिंह एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व वन मंत्री गणेश राम भगत सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया.
सके पूर्व भारत माता, भगवान राम, हनुमान, आश्रम के संस्थापक बालासाहब देशपांडेय व पूर्व अध्यक्ष जगदेव राम उरांव के चित्र पर पुष्पांजलि कर की गई. महोत्सव के अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने रोहतासगढ़ किला व वनवासी समुदाय के इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा इसके विकास कराने की मांग सरकार से की गई.
कार्यक्रम का मंच स्वधा जागरण के राष्ट्रीय संयोजक महरंग उरांव ने कार्यक्रम का संचालन किया. मौके पर नौहट्टा बीडीओ आदित्य अनुराग, सीओ रामप्रवेश राम, रोहतास सीओ आशु रंजन, आश्रम के प्रांतीय संगठन मंत्री नीतीश कुमार, विभाग संगठन मंत्री राजेश उरांव, मालिक सिंह खरवार, महेंद्र कुमार, पूर्व जिला परिषद नौहट्टा संजीव गुप्ता, अजय पाठक, पिपरडीह पंचायत के मुखिया योगेंद्र उरांव, पूर्व मुखिया कृष्णा सिंह यादव व श्याम नारायण उरांव समेत अन्य मौजूद थे.