मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना का लाभ बच्चों को मिल रहा है. जन्मजात ह्रदय रोग से ग्रस्त बच्चों का मुफ्त इलाज किया जा रहा है. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बिक्रमगंज प्रखंड के खैरा भूधर गांव निवासी स्व. विजेश्वर पासवान के 17 वर्षीय पुत्र अरविंद कुमार को बिक्रमगंज से इलाज के लिए अहमदाबाद भेजा गया. सरकारी खर्च पर उक्त बच्चे को फ्लाईट से अहमदाबाद भेजा जायेगा. जहां शुक्रवार को उक्त बच्चे का ऑपरेशन होगा.
आरबीएसके रोहतास के कोर्डिनेटर नंद किशोर चतुर्वेदी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित चलंत चिकित्सा दल बिक्रमगंज के डॉक्टर अमरेंद्र कुमार और डॉ अमित कुमार द्वारा स्कूल में स्क्रीनिंग के दौरान अरविंद कुमार के दिल में छेद होने की जानकारी हुई. जैसे इस बात की जानकारी मिली तो सारी प्रक्रिया पूरी करके आईजीआईसी पटना रेफर किया गया, जहां जांच के दौरान दिल में छेद होने की पुष्टि की गई और उसे ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजने की तैयारी की गई. बाल हृदय योजना के तहत बच्चे के साथ-साथ एक अटेंडेंट के लिए हवाई जहाज का टिकट करवा के बिहार सरकार द्वारा दिए जा रहे खर्चे पर उसे बिक्रमगंज अनुमंडल अस्पताल से एंबुलेंस के माध्यम से पटना भेजा गया. जहां से आज हवाई जहाज के माध्यम से अहमदाबाद भेजा गया है. जहां सत्य साई हर्ट अस्पताल में उसके हदय छेद को बंद किया जाएगा.
बता दें कि सात निश्चय योजना पार्ट 2 के तहत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाल हृदय योजना का शुभारंभ किया है. बाल हृदय योजना के तहत दिल में छेद वाले वैसे बच्चे जिनकी उम्र 2 वर्ष से 18 वर्ष के बीच में है. उसके इलाज से लेकर ऑपरेशन तक का पूरा खर्च बिहार सरकार वहन करती है. इसके लिए जिला स्तर पर अस्पतालों में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आरबीएसके विभाग बनाया गया है, जहां एक को-ऑर्डिनेटर की नियुक्ति की गई है. उन्हीं के माध्यम से सारी प्रक्रिया पूरी होती है.