रोहतास जिले में इंटर की परीक्षा 60 केंद्रों पर गुरुवार से शुरू हुई. पहले दिन पहली पाली में बायो और फिलॉसफी विषय की तो दूसरी पाली में इकोनॉमिक्स की परीक्षा थी. पहले दिन कुल 18 हजार 976 परीक्षाथियों में से 18 हजार 544 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए. जबकि 304 अनुपस्थित रहे. डीईओ संजीव कुमार ने बताया कि पहली पाली में 13 हजार 393 परीक्षार्थियों में से 175 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. दूसरी पाली में 5 हजार 583 परीक्षार्थी में 129 अनुपस्थित रहे. पहले दिन जिले में एक भी परीक्षार्थी का निष्कासन नहीं हुआ. सभी केन्द्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण रही.
परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर ही तलाशी के बाद प्रवेश की अनुमति दी गई. परीक्षा केंद्रों पर दंडाधिकारी और सशस्त्र बल तैनात रहे. परीक्षा की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई. साथ ही सीसीटीवी से निगरानी की गई. तीनों अनुमंडल के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर अधिकारियों ने औचक निरीक्षण किए. परीक्षा केंद्रों के बाहर अभिभावकों की भीड़ लगी रही. परीक्षा केंद्र पर कोई मोटरसाइकिल से तो कोई अन्य वाहनों के जरिये पहुंच रहा था.
वहीं, नागेंद्र झा महिला कॉलेज बिक्रमगंज में कथित रूप से देर से पहुंची छात्रा को प्रवेश नहीं करने दिया गया तो वह फूट-फूट कर रोने लगी. छात्रा के परिजनों में भी आक्रोश था. बताया जाता है कि छात्रा कंचन कुमारी जब परीक्षा केंद्र के मुख्य गेट पर पहुंची तो 3 मिनट विलंब हो चुका था. जिस कारण केंद्र पर मौजूद दंडाधिकारी ने प्रवेश करने से रोक दिया. छात्रा का कहना था कि कॉलेज में दो गेट है. पहले गेट पर वह पहुंची, उस गेट से उसे प्रवेश नहीं दिया गया. तब भागते हुए दूसरे गेट के पास जाने लगी, जहां पहुंचते पहुंचते 2 से 3 मिनट लेट हो गया. जिसके बाद उसे परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया. परिजनों का कहना था कि कॉलेज में दो गेट है. जिस कारण कंफ्यूजन हो गया. ऐसे में परिजनों ने बाउंड्री की दीवार से परीक्षार्थी को अंदर भेज दिया लेकिन परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे फिर बाहर निकाल दिया.