रोहतास जिले में अधिकारियों ने गुरुवार को भी आवंटित पंचायतों का भ्रमण कर वहां पर नल-जल, पीएम आवास, राशन समेत अन्य योजनाओं की अद्यतन स्थिति से जानकारी ली. डीएम धर्मेंद्र कुमार भी खुद अधिकारियों के साथ नौहट्टा प्रखंड कैमूर पहाड़ी पर स्थित पिपरडीह पंचायत के नक्सलग्रस्त रहे विभिन्न वार्डों का दौरा कर वहां क्रियान्वयित नल-जल समेत अन्य योजनाओं का निरीक्षण किया. इस दौरान डीएम सहित अन्य अधिकारियों ने स्थानीय लोगों के समस्याओं व शिकायतों को सुना.
निरीक्षण के क्रम में अधिकांश वार्डों में नल-जल योजना में अनियमितता पाई गई. कई घरों में कनेक्शन के बावजूद आज तक जलापूर्ति आरंभ नहीं हो सकी है. डीएम ने इसे गंभीर गड़बड़ी मानते हुए पीएचईडी के जेई ईश्वरी प्रसाद के वेतन निकासी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. साथ ही शो-कॉज करते हुए पूछा गया है कि क्यों नहीं सरकारी राशि के अपव्यय के मामले में निलाम पत्र वाद दायर कर वसूली की जाए. वहीं सही तरीके से पर्यवेक्षण नहीं किए जाने पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता को भी शोकॉज करते हुए वेतन निकासी पर रोक लगा दी गई है. साथ ही उन्हें वार्डवार मापी पुस्त तथा व्यय व प्राक्कलित राशि का ब्योरा दो दिन के अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
इसके अलावा उप स्वास्थ्य केंद्र सोली के बंद रहने की शिकायत पर एएनएम रीता कुमारी व उर्मिला कुमारी से भी स्पष्टीकरण पूछते हुए सिविल सर्जन को औचक निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया गया. निरीक्षण के बाद डीएम ने अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय सोली में बैठक कर योजनाओं की विस्तार से समीक्षा कर अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर कार्य को पूरा कराने का टास्क सौंपा, ताकि लोगों को सही तरीके से लाभ मिल सके. कहा कि ग्रामीणों ने पहाड़ी पर खुले अधिकांश विद्यालयों के अक्सर बंद रहने की शिकायत की, जिस पर डीईओ को नियमित रूप से स्कूलों का निरीक्षण सुनिश्चित करने को कहा गय.
वहीं अनुसूचित जनजाति विद्यालय में हो रहे कार्य को संतोषजनक पाया गया है. साथ ही अतिरिक्त भवन के लिए विभागीय सचिव को पत्र भेजने का निर्णय लिया गया. जारदाग में राशन वितरण में अनियमितता की मिली शिकायत की जांच डेहरी एसडीएम को सौंपते हुए रिपोर्ट देने को कहा गया. साथ ही उक्त गांव में मनरेगा कार्य व लाभुकों को जाब कार्ड नहीं बना है. निरीक्षण के दौरान विशेष कार्य पदाधिकारी सौरभ आलोक, डेहरी एसडीएम सौरभ समीर, डीसीएलआर श्वेता मिश्रा समेत अन्य अधिकारी शामिल थे.