किसान दिवस के अवसर पर रोहतास जिले के जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित नारायण कृषि विज्ञान संस्थान के तत्वावधान में शनिवार को एक दिवसीय किसान मेले का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉक्टर प्रोफेसर पंजाब सिंह एवं जीएनएस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति व पूर्व सांसद गोपाल नारायण सिंह के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया. कार्यक्रम में कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई किसानों को सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम के शुरुआत में विभिन्न कृषि उपकरण एवं कृषि उत्पादन से संबंधित विशाल मेले का अवलोकन अतिथियों द्वारा किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पंजाब सिंह ने कहा कि कृषि ही भविष्य है एवं किसान ही असली इंसान हैं. उन्होंने कहा कि आज अगर भारत खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर हुआ है, तो उसके लिए हमारे अन्नदाताओं को नमन करने की जरूरत है.
पूर्व सांसद गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कृषि विज्ञान संस्थान स्थापित कर क्षेत्र के कृषि व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक प्रयास किया गया है, जिसमें सबके सहयोग की आवश्यकता है. इस अवसर पर रोहतास के जिला कृषि पदाधिकारी राम कुमार ने कहा कि यह क्षेत्र धान का कटोरा है एवं उत्पादन के क्षेत्र में रोहतास जिला को राज्य सरकार द्वारा पुरस्कार प्राप्त हुआ है, जो गर्व का विषय है. मेले में लगभग एक हजार से भी ज्यादा महिला और पुरुष किसानों ने शिरकत किया.
इस किसान मेले में धान को ट्रांसप्लांट करने के उपकरण के अलावा इफ्को, धारा केमिकल, जॉन डीयर ट्रैक्टर, सुधा डेयरी, एमबीपी बीज, नाबार्ड, डीसीबी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक आदि कंपनियों अपने स्टॉल लगाए थे. इसके अलावे नारायण कृषि विज्ञान संस्थान के अंतर्गत अनेक विभाग जैसे सस्य विज्ञान, मत्स्य पालन, पादप रोग, कीट विज्ञान, मृदा विज्ञान, उद्यान विज्ञान जैसे अनेक स्टॉल लगाए गए. जिसमें विभिन्न तकनीक एवं मॉडर्न खेती को दर्शाया गया. कई किसानों ने अपने फसलों का भी प्रदर्शनी लगाकर स्वयं की जागरूकता को दर्शाया. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. महेंद्र कुमार सिंह, सचिव गोविंद नारायण सिंह, प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह, जनसंपर्क पदाधिकारी भूपेन्द्र नारायण सिंह, नन्द कुमार सिंह, समन्वयक डॉ मोहम्मद हाशिम, डॉ संदीप मौर्य, सह समन्वयक डॉक्टर कुमारी ज्योति, डॉ केके मिश्रा, डॉ प्रशांत सिंह व शशांक शेखर सिंह समेत कई लोग मौजूद थे.