बुधवार से रोहतास जिले में लॉकडाउन 4.0 शुरू हो गया. 28 दिन बाद सरकारी दफ्तर 25 फीसद कर्मियों के साथ खुले. समाहरणालय, अनुमंडल, प्रखंड कार्यालयों के अलावा शिक्षा समेत तमाम विभाग के दफ्तर खुले, जहां पर कोरोना गाइडलाइन को अनुपालन करते हुए कर्मी अपने विभाग के लंबित कार्यों को निबटाने में जुटे रहे, जबकि बाजारों में भीड़ उमड़ी रही. पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी मुख्य सड़क पर ही लॉकडाउन को अनुपालन कराते दिखे. एसपी आशीष भारती के नेतृत्व में पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी लॉकडाउन अनुपालन को ले सासाराम शहर में फ्लैग मार्च भी किया.
आवश्यक वस्तुओं से जुड़ी दुकानें सुबह छह से दोपहर दो बजे तक खुली रही. जबकि अन्य सामग्री की दुकानें जिला प्रशासन द्वारा जारी रोस्टर के अनुसार खुले. दुकानों पर लॉकडाउन नियम की धज्जियां उड़ते दिखी. न तो किसी दुकान के बाहर खरीदारों को खड़ा होने के लिए दो गज की दूरी पर गोल घेरा बनाए गए थे न हैंडवास व सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई थी. यही नहीं दो बजे के बाद भी अधिकतर दुकानें खुली रही. सब्जी, किराना व मेडिकल दूध फल की दुकान के अलावा अन्य सभी प्रतिष्ठान खुलने से बाजार की स्थिति देखते ही बन रही थी. भीड़ के कारण लोगों के पसीने छूट रहे थे. एक तो उमस भरी गर्मी तो दूसरी तरफ लोगों की बढ़ती भीड़ से कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं के बराबर हो रहा था. जिससे कोरोना संक्रमण के खतरे का अंदेशा बना रहता है. इतना सब कुछ होने के बाद भी अधिकतर लोग मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं. तो कुछ वैसे भी लोग है जो केवल जांच के डर से वह भी मुंह के नीचे लटकाए रहते हैं. पुलिस-प्रशासन के आने पर ये लोग मास्क ऊपर चढ़ाते हैं.
सासाराम शहर, डेहरी, बिक्रमगंज व नोखा बाजार के अधिकांश दुकानों की स्थिति यह है कि कोई भी दुकानदार मास्क न लगाते है और न ही सैनिटाइजर दुकान पर रख रहे है. सुबह करीब 11 बजे सासाराम रौजा रोड, धर्मशाला रोड, गोला बाजार समेत शहर के अन्य स्थानों पर तो भीड़ का दबाब देखने को मिला. बाजार में लोगों की लापरवाही भी देखी गई. कोरोना संक्रमण फैलने के डर का परवाह किए बगैर ही लोग सामान खरीदने में व्यस्त रहे. बाजारों में लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आये. सासाराम के गोला रोड समेत जिले के अन्य बाजारों में लॉकडाउन का पालन कराने को ले पुलिस-प्रशासन की भी लापरवाही देखी गई.